पूणे

टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की बिक्री ग्रामीण बाजार में 5 साल में 4 गुना बढ़ी

टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की बिक्री ग्रामीण बाजार में 5 साल में 4 गुना बढ़ी

पुणे:– भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2024 में ग्रामीण इलाकों में जोरदार बिक्री की है। ग्रामीण इलाकों की बिक्री ने कंपनी के कुल यात्री वाहनों की बिक्री में 40 फीसदी का योगदान दिया है। टाटा मोटर्स की कारों और एसयूवी की नई फॉरएवर रेंज की लोकप्रियता ग्रामीण उपभोक्ताओं के बीच काफी बढ़ी है। इस रेंज में पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या 70 फीसदी है। देश में बुनियादी ढांचे के विकास, डिजिटल पहुंच में विस्तार और खरीदारी की बढ़ती शक्ति के साथ ग्रामीण और शहरी ग्राहकों के बीच का अंतर कम हो रहा है।

सेगमेंटल शिफ्ट:

टाटा कारों और एसयूवी की मजबूत न्यू फॉरएवर रेंज मल्टी पावरट्रेन ऑप्शन (पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और ईवी) में उपलब्ध है, जो ग्राहक को उनकी जरूरतों के मुताबिक सबसे बेहतर विकल्प चुनने की सुविधा देती है।

ग्रामीण बाजार में टाटा एसयूवी की बिक्री 35 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो गई है।

वैकल्पिक ईंधन (सीएनजी + ईवी) से चलने वाले वाहनों की बिक्री वित्त वर्ष 2022 के 5 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 23 फीसदी हो गई है।

इनोवेटिव ट्विन-सिलेंडर सीएनजी टेक्नोलॉजी में विकास देखने को मिल रहा है, ग्रामीण बाजारों में सीएनजी की पहुंच 16% है

ग्रामीण इलाकों के ग्राहक MT से AMT/AT में शिफ्ट कर रहे हैं। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में 14% फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखने को मिली है

ग्रोथ की वजह:

टाटा मोटर्स ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने नेटवर्क का विस्तार किया है, जिसमें 850 से अधिक ग्रामीण इलाकों में स्थित आउटलेट (वित्त वर्ष 2021 के 517 की तुलना में) शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों की सेवा के लिए कंपनी की 260 वर्कशॉप हैं

इस नेटवर्क को मजबूती देने के 135 अनुभव वैन (वित्त वर्ष 2021 के 35 वैन की तुलना में) शामिल किए गए हैं। ये मोबाइल शोरूम के रूप में काम कर रहे हैं। ये वैन ऑडियो और वीडियो से लैस हैं जो कंपनी के मौजूदा और संभावित ग्राहकों को सूचना भेजने के तंत्र के रूप में कुशलतापूर्वक काम करते हैं। इससे उन इलाकों तक पहुचने में मदद मिलती है जहां टाटा मोटर्स का आउटलेट नहीं है।

इसके अतिरिक्त, कंपनी ईज़सर्व के रूप में डोर-टू-डोर सेवा भी उपलब्ध कराती है, जो तेजी से शिकायत निवारण में मदद करती है।

कंपनी नई-नई फाइनेंस स्‍कीमों के साथ ग्राहकों की सहायता कर रही है। कंपनी ने इसके लिए ऐसे बैंकों के साथ गठबंध किया है जिनका राष्ट्रीयकृत बैंकों की तुलना में गांवों में ज्यादा मजबूत नेटवर्क है। ये ऐसी योजनाएं लेकर आते हैं जो स्थानीय आबादी के लिए अधिक अनुकूल हैं। उदाहरण के लिए किसानों के लिए फसल के मौसम के अनुसार 6 महीने की ईएमआई योजना।

मार्केट एक्टिवेशन – रोड शो, बिक्री मेले, सेवा शिविर और कम्युनिटी-केंद्रित वर्कशॉप, जिनका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में मौजूदा और संभावित ग्राहकों से जुड़ना है।

इसके अलावा, कंपनी स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली लोगों जैसे सरपंच, VLE यानी ग्राम स्तरीय उद्यमियों के नेटवर्क और CSCs यानी कॉमन सर्विस सेंटर (ये सरकार द्वारा संचालित संस्थान हैं जो अपने स्वामित्व वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उत्पाद बेचते हैं) के साथ मिलकर काम करती है ताकि ग्राहकों तक अच्छी पहुंच बनाई जा सके और ग्राहक की नब्ज को समझा जा सके।

टाटा मोटर्स की कारों और एसयूवी की नई फॉरएवर रेंज ने ग्रामीण उपभोक्ताओं को विशेष रूप से आकर्षित किया है। यह रेंज भविष्य की डिजाइन, शानदार प्रदर्शन और उन्नत तकनीक और सेफ्टी फीचर्स की एक सीरीज के साथ आती है। ग्रामीण भारत में टाटा मोटर्स की सफलता इसके खास तरह के वाहनों और ग्रामीण उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों की गहरी समझ से प्रेरित है। ग्रामीण बाजारों की व्यापक क्षमता और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों का फायदा उठाकर टाटा मोटर्स अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहती है। साथ ही बाजार में अपनी उपस्थिति काविस्तार करना चाहती है।

 

 

 

 

 

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