शिशुओं का संपूर्ण टीकाकरण भावी पीढ़ी को स्वस्थ रखने का मूल मंत्र है – कलेक्टर
रीवा विशाल समाचार संवाददाता: . स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले भर में 25 जून से 27 अगस्त तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान 9 माह से 5 साल तक के सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच की जाएगी। बच्चों को एनीमिया से बचाने के लिए विटामिन ए का घोल दिया जाएगा। साथ ही चिन्हित बच्चों को ओआरएस के पैकेट भी दिए जाएंगे। अभियान के दौरान 5 साल तक के सभी बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण भी किया जाएगा। अभियान की तैयारी बैठक कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हर गांव में तैनात हैं। आशा कार्यकर्ता और एएनएम प्रत्येक गर्भवती माता तथा प्रत्येक शिशु की सूची अपने पास रखें। शिशुओं का निर्धारित समय पर सम्पूर्ण टीकाकरण कराएं। समय पर टीके लगने पर ही शिशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा होगी। शिशुओं का सम्पूर्ण टीकाकरण भावी पीढ़ी को स्वस्थ रखने का मूल मंत्र है। इसमें लापरवाही बरतने वाले बीएमओ और आशा कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्यवाही करें।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला टीकाकरण अधिकारी गत तीन वर्षों के टीकाकरण के पोर्टल के आंकड़ों एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों का विश्लेषण करें। जिन विकासखण्डों और बस्तियों में सम्पूर्ण टीकाकरण 95 प्रतिशत से कम है वहाँ इसके कारण का पता लगाएं। हर व्यक्ति अपने शिशु को स्वस्थ रखना चाहता है। टीकाकरण के प्रति भी लोग जागरूक हैं। प्रत्येक शिशु को टीकाकरण का कार्ड अनिवार्य रूप से दें। उस कार्ड में आगामी टीकाकरण की तिथि का उल्लेख करें। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीकाकरण के लिए चिन्हित बच्चों के माता-पिता को तीन दिन पूर्व टीकाकरण की सूचना दें तथा टीकाकरण दिवस पर बच्चे को अनिवार्य रूप से टीका लगवाएं। यदि कोई बच्चा टीकाकरण से वंचित रहता है तो उसके कारण का स्पष्ट रूप से उल्लेख करें। जिला टीकाकरण अधिकारी हर गांव में प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को किए जा रहे टीकाकरण की मॉनीटरिंग करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मीजल्स-रूबेला टीकाकरण तथा अन्य रोगों के टीकाकरण के प्रथम तथा दूसरी डोज के आंकड़ों में अंतर न रहे। जिन बच्चों को पहली डोज दी गई है उन्हें अगली सभी डोज अनिवार्य रूप से दी जाएं।
बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ पवन तिवारी ने बताया कि दस्तक अभियान 25 जून से 27 अगस्त तक चलाया जाएगा। अभियान के दौरान घर-घर जाकर एनिमिक बच्चों का सर्वे किया जाएगा। बीमार तथा एनिमिक बच्चों को उचित उपचार एवं दवाएं दी जाएंगी। नियमित टीकाकरण दिवस पर बच्चों को विटामिन ए का घोल एएनएम द्वारा पिलाया जाएगा। विटामिन ए शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है। विटामिन ए की खुराक लेने से बच्चों में कई रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित हो जाती है। विटामिन ए शक्तिशाली एंटी आक्सिडेंट है जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करता है। विटामिन ए का अभाव होने पर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास की गति धीमी हो जाती है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला ने बताया कि दस्तक अभियान के लिए प्रत्येक विकासखण्ड में दल गठित कर दिए गए हैं। इन्हें प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अभियान के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए का घोल सभी विकासखण्डों को उपलब्ध करा दिया गया है। अभियान के दौरान 283353 बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच तथा विटामिन ए का घोल पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय निकायों का सहयोग लिया जा रहा है। अभियान के दौरान सम्पूर्ण टीकाकरण शत-प्रतिशत करने तथा विटामिन ए का घोल पाँच साल तक के सभी बच्चों को पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। यदि कोई बच्चा टीकाकरण दिवस में बूथ पर नहीं आ पा रहा है तो उसे अगले सप्ताह विटामिन ए का घोल पिलाया जाएगा। बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ बीके अग्निहोत्री ने दस्तक अभियान की कार्ययोजना की विकासखण्डवार जानकारी दी। बैठक में अपर कलेक्टर विकास डॉ सौरभ सोनवणे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केबी गौतम, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी सुदामालाल गुप्ता तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।