विमर्श सभा कक्ष में पंचायत सरकार भवन, सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ,नल जल योजना की अद्धतन स्थिति की समीक्षा की गई
सीतामढी विशाल समाचार संवाददाता: जिलाधिकारी श्री रिची पांडे की अध्यक्षता में विमर्श सभा कक्ष में पंचायत सरकार भवन, सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ,नल जल योजना की अद्धतन स्थिति की समीक्षा की गई। पंचायत सरकार भवन निर्माण की अद्धतन स्थिति की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पंचायत सरकार भवन के लिए चिन्हित जमीन का सीमांकन करना सुनिश्चित किया जाए ततपश्चात कार्यकारी एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य शुरू कराया जाए।उन्होंने कहा कि इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए लंबित पंचायत सरकार भवनों के निर्माण की दिशा में प्रभावी कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बेलसंड पंचायती राज पदाधिकारी के लचर प्रदर्शन पर सख्त नाराजगी प्रकट करते हुए चेताया कि कार्य शैली में सुधार लाएं अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे।पंचायत सरकार भवन के निर्माण से संबंधित जहां कहीं विवाद है उसका निराकरण करना भी सुनिश्चित करेंगे।
सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के क्रियान्वयन की अद्धतन स्थिति की समीक्षा के क्रम में उन्होंने एजेंसी के बकाया भुगतान लंबित रहने पर सख्त नारजगी प्रकट की एवं निर्देश दिया कि जिन पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट योजना से सम्बंधित भुगतान लंबित है उन सभी पंचायत सचिवों से स्पष्टीकरण पूछे एवं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को भी चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।उक्त आशय का निर्देश उन्होंने उप विकास आयुक्त को दिया।
नल जल योजना की समीक्षा के क्रम में 94 योजनाएं जिनका हस्तांतरण अभी तक पीएचईडी को नहीं किया गया है ,दो दिन के अंदर सभी संबंधित बीपीआरओ एवं बीडीओ हस्तांतरण करना सुनिश्चित करेंगे। नल जल से संबंधित जो योजनाएं अक्रियाशील है उसे शीघ्र चालू किया जाए। साथ ही जमीनी विवाद तथा अन्य कारणों के कारण जो योजनाएं चालू नहीं की जा हैं उसे शीघ्र चालू किया जाए। उन्होंने नल जल योजना की क्रियान्वयन का विशेष समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला जनसंपर्क अधिकारी, सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी उपस्थित थे। जबकि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।