बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चेत गई BJP, खतरे को भांप उठा लिया बड़ा कदम; अब क्या होगा आगे?
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों में प्रभुत्व दिखाने की होड़ लगी है। इसकी शुरुआत नित्यानंद राय ने की। इसके बाद राजभूषण चौधरी में होड़ में शामिल हो गए। भाजपा के अंदर गुटबाजी और प्रदेश संगठन को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जोड़ पकड़ने लगी। हालांकि इन सबसे पहले पार्टी के रणनीतिकारों ने तत्काल रास्ता निकला
पटना विशाल समाचार संवाददाता: विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों में सामाजिक ताकत व संगठन पर प्रभुत्व दिखाने की होड़ दिखने लगी है। इसकी शुरुआत पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने की। इसके बाद अब अति पिछडे़ वर्ग से पहली बार सांसद एवं केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री बने राजभूषण चौधरी इस होड़ में सम्मिलित हो गए थे, लेकिन पार्टी समय रहते चेत गई है।
दरअसल, प्रदेश संगठन एवं पार्टी कार्यकर्ताओं में अभिनंदन समारोह की आड़ में गुटबंदी बढ़ने लगी थी। इसकी झांकी 20 जून को पटना एयरपोर्ट से लेकर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में नित्यानंद राय अभिनंदन समारोह में देखने को मिली थी।
भाजपा के अंदर ही गुटबाजी तेज
यही नहीं, इसके बाद भाजपा के अंदर ही गुटबाजी और प्रदेश संगठन को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी जोड़ पकड़ने लगी। इससे सबक लेते हुए तत्काल प्रभाव से पार्टी के रणनीतिकारों ने दूरगामी संदेश देने वाला रास्ता निकला। साथ ही भाजपा मत्स्यजीवी प्रकोष्ठ की ओर से पांच जुलाई को मुजफ्फरपुर से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राजभूषण चौधरी के अभिनंदन समारोह की जगह मोदी सरकार में मंत्री बनाए गए राजग के सभी आठ मंत्रियों के अभिनदंन की घोषणा कर दी।
पार्टी की ओर से इस अभिनंदन समारोह का दायित्व भाजपा युवा मोर्चा को दिया गया। साथ ही कार्यक्रम स्थल भाजपा के अटल सभागार की जगह श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में कर दिया गया है। आयोजन को भव्य बनाने के लिए प्रदेश नेतृत्व की ओर से कार्यक्रम के मानीटरिंग का दायित्व तीन-तीन महामंत्रियों को दिया गया है।