ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट में इंडियन एडवाइजरी काउंसिल की सदस्य के रूप में शामिल हुईं जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती संगीता जिंदल
मुंबई : जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती संगीता जिंदल ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट की इंडियन एडवाइजरी काउंसिल में शामिल हो गई हैं। इस भूमिका में, वह भारत में ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट के साथ भागीदारी करेंगी, ताकि परोपकारी और सीएसआर से संबंधित इनोवेटिव एप्रोच के माध्यम से भारत में सकारात्मक बदलाव लाने के अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाया जा सके। श्रीमती संगीता जिंदल भारतीय कारोबारी दुनिया के अग्रणी लोगों के एक चुनिंदा कैडर का हिस्सा हैं, जो ग्लोबल ट्रस्ट के सलाहकार सदस्य हैं। ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट भारत में अत्यधिक कमजोर समुदायों के लिए बड़े पैमाने पर महत्वपूर्ण परिणाम देने के लिए निजी क्षेत्र और दक्षिण एशियाई प्रवासियों के साथ सहयोग करता है। सोशल फाइनेंस के क्षेत्र में अपने अग्रणी कार्य के लिए प्रसिद्ध, ट्रस्ट के पास भारत की कुछ सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने के लिए परिणाम-आधारित फाइनेंसिंग का लाभ उठाने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और बाजार विश्वसनीयता है। पिछले छह वर्षों में, ट्रस्ट ने शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार में भारत के सबसे बड़े विकास प्रभाव बांड (डीआईबी) विकसित और कार्यान्वित किए हैं। श्रीमती जिंदल ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट की इंडियन एडवाइजरी काउंसिल में अन्य प्रतिष्ठित व्यवसायिक और परोपकारी नेताओं के साथ शामिल होंगी।
ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट की इंडियन एडवाइजरी काउंसिल में नियुक्ति पर श्रीमती संगीता जिंदल ने कहा, ‘भारत की 2030 तक 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की यात्रा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल और रोजगार के अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करके चुनौतियों और अवसरों को बेहतर तरीके से मैनेज करना शामिल है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए। इसके लिए हमारे देश की विकास प्राथमिकताओं और इसकी प्रचुर जैव विविधता की रक्षा के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की आवश्यकता है। सोशल फाइनेंसिंग इन विकासात्मक उद्देश्यों को पूरा करने में सहायक के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मैं इस दिशा में सार्थक योगदान देने के लिए तत्पर हूं।’
ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर – इंडिया, भरत विश्वेश्वरैया ने कहा, ‘श्रीमती संगीता जिंदल को हमारी इंडियन एडवाइजरी काउंसिल में शामिल करके हम अपने आप को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा महिला सशक्तीकरण के लिए नए विचारों को मजबूती से सपोर्ट किया है, जो हमारे स्किल इम्पैक्ट बॉण्ड के उनके समर्थन के माध्यम से प्रदर्शित होता है। श्रीमती जिंदल का विजन और उनका अनुभव शिक्षा, आजीविका और जेंडर से संबंधित हमारी पहलों को आगे बढ़ाने के लिए अमूल्य होंगे, जिसका उद्देश्य एक विकसित भारत बनाने में मदद करना है।’
जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन और ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट ने इससे पहले स्किल इम्पैक्ट बॉण्ड विकसित करने के लिए साझेदारी की है। ये रोजगार के लिए भारत का पहला और सबसे बड़ा इम्पैक्ट बॉण्ड है, जिसका फोकस कार्यबल में अधिक महिलाओं को लाने पर है। जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन भागीदारों के एक गठबंधन का हिस्सा है जो भारत में युवाओं के बीच रोजगार और नौकरी बनाए रखने के मुद्दे पर काम करता है। श्रीमती संगीता जिंदल स्किल इम्पैक्ट बॉण्ड को लेकर हमेशा मुखर समर्थक रही हैं। 14.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर का स्किल इम्पैक्ट बॉण्ड 2021 में लॉन्च किया गया था और इसका लक्ष्य चार वर्षों में 50,000 युवा भारतीयों तक पहुंचना है, जिनमें से 60 प्रतिशत महिलाएं होंगी। इसके लिए रिटेल, एपेरल, हेल्थ केयर, लॉजिस्टिक्स और अन्य क्षेत्रों में युवाओं को कौशल से लैस करने और वेतन रोजगार प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक, परिवर्तनकारी कार्यक्रम भारत के 24 राज्यों में 24,000 से अधिक युवाओं तक पहुँच चुका है, जहाँ 70 प्रतिशत से अधिक प्रशिक्षु महिलाएं हैं।