वर्ल्ड यूथ स्किल्स डे (विश्व युवा कौशल दिवस) के अवसर पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एजीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, वित्त एवं प्रशासन श्री जी. शंकरा का बयान:
पुणे: “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हम शिक्षा और कौशल विकास की बदलाव ला सकने वाली शक्ति में विश्वास करते हैं और मानते हैं कि ये देश के विकास और समृद्धि के लिए बुनियादी स्तंभ की तरह हैं। अपने व्यापक कौशल पहल के जरिये हम भारत के युवाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए उन्हें ऑटोमोटिव और संबद्ध उद्योगों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और अवसर प्रदान करते हैं। सरकार और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के साथ हमारा सहयोग स्किल इंडिया मिशन (कौशल भारत मिशन) और विकसित भारत के हमारे नजरिये के प्रति हमारे समर्पण को रेखांकित करता है।
हमारी पहल का उद्देश्य छात्रों को उद्योग के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और संस्कृति प्रदान करके महत्वपूर्ण उद्योग अकादमिक अंतर को पाटना है। हमारी संस्थागत भागीदारी और उत्कृष्टता केंद्रों के माध्यम से, अकादमिक शिक्षा के साथ व्यावहारिक, काम करते हुए होने वाले अनुभव को एकीकृत करके, हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे प्रशिक्षु उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं और पहले दिन से ही लगातार विकसित हो रहे भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र की मांगों को पूरा करने में प्रभावी रूप से योगदान करते हैं। इसके अलावा, टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान (टीटीटीआई) और टोयोटा तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम (टी-टीईपी) जैसी पहल ग्रामीण युवाओं को स्केलेबल और टिकाऊ शिक्षा प्रदान करने में सहायक रही हैं।
युवा कौशल दिवस मनाते हुए, हम कुशल पेशेवरों की अगली पीढ़ी को पोषित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि करते हैं। अपने युवाओं की शिक्षा और कौशल विकास में निवेश जारी रखते हुए, हमारा लक्ष्य अपने उद्योग के भविष्य को आगे बढ़ाना और अपने समाज के सतत विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है। हमें एक कुशल और सक्षम कार्यबल को आकार देने में भूमिका निभाने पर गर्व है जो भारत को एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य की ओर ले जाएगा।”