माज़ा ने आम के लिये सबके प्यार का जश्न मनाते हुये मैंगो डे का आयोजन किया
राष्ट्रीय,: कोका-कोला इंडिया के घरेलू मैंगो बेवरेज ब्रैंड माज़ा ने भारत के चहेते फल, आम को सम्मान दिया है। साथ ही ब्राण्ड ने उस दिलदारी के जोश का भी जश्न मनाया जिसमें यह सबसे आगे है। रविवार की दोपहर परिवार के साथ मिलकर खाने-पीने और सामाजिक मेल-जोल में भी माज़ा ने हमेशा लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने का काम किया है। यह ब्रैंड असली रसीले आमों का स्वाद का आनंद प्रदान करते हुए रिश्ते बनाने को बढ़ावा देता है।
असली अल्फोंसो आमों से बनी, माज़ा की हर बोतल में इस शानदार फल का रस होता है। इसका स्वाद पीढि़यों से आमों के शौकीनों को भा रहा है। ब्रैंड आमों के स्वाद को हर मौसम में बनाये भी रखना चाहता है, ताकि शौकीन लोग पूरे साल उसका मजा ले सकें। इसीलिये माज़ा असली खुशी का दूसरा नाम बन चुका है। हिन्दी में इसका अर्थ होता है ‘‘आनंद’’, जो कि एक वादा है। एक वादा कि इसकी हर बूंद में खुशी, ताजगी और पूरा संतोष मिलेगा।
माज़ा की शुरूआत 1976 में हुई थी और तभी से वह जिन्दगी के खास पलों में हमारा चहेता साथी है। हालांकि बीते कुछ वर्षों में इस ब्रैंड ने उदारता के उद्देश्य पर आधारित एक सफर भी शुरू किया है और आमों के लिये प्यार को अपने सार्थक अभियानों से मिलाया है। माज़ा का ‘दिलदारी’ कैम्पेन आमों की लज्ज़त को दिलदारी की सदाबहार भावना के साथ आसानी से मिलाकर हमें साधारण-से रिश्तों की खूबसूरती बताता है।
कोका-कोला इंडिया में डायरेक्टर – मार्केटिंग अजय कोनाले ने इस दिन और माज़ा की विरासत पर अपनी बात रखते हुए कहा, ‘‘माज़ा सिर्फ एक ब्रैंड नहीं है। यह एक ऐसा पेय है, जो करोड़ों भारतीयों को खुशी देता है। पाँच दशकों से यह असली आमों के प्रामाणिक स्वाद से लोगों को खुश कर रहा है। इस मैंगो डे पर कोका-कोला इंडिया माज़ा के उद्देश्य ‘दिलदारी’ का जश्न मना रही है। इस तरह से लोगों के बीच सार्थक और खूबसूरत रिश्ते बनेंगे और सकारात्मकता फैलेगी।’’
ताजगी देने वाला हर घूंट पीते हुए याद रखें कि माज़ा जिन्दगी, प्यार और उन मधुर पलों का जश्न मनाता है, जिन्हें हम मिलकर साझा करते हैं।