मुंबईशिक्षण

टाटा मोटर्स ने तकनीशियनों के बच्चों की उच्‍च शिक्षा के लिए “विद्याधन” और “उत्कर्ष” कार्यक्रम लॉन्च किए

टाटा मोटर्स ने तकनीशियनों के बच्चों की उच्‍च शिक्षा के लिए “विद्याधन” और “उत्कर्ष” कार्यक्रम लॉन्च किए

 

 

 

मुंबई, : भारत के प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता टाटा मोटर्स ने देश भर की अपनी फैक्ट्रियों में काम कर रहे तकनीशियनों के बच्चों की उच्‍च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दो विशेष फंडिंग प्रोग्राम “विद्याधन” और “उत्कर्ष” को लॉन्च किया है। इन फैक्ट्रियों में पुणे, लखनऊ, जमशेदपुर, धारवाड़ा, सानंद और पंतनगर क्षेत्रों में स्थित फैक्ट्रियां शामिल हैं। कंपनी बच्‍चों की आकांक्षाओं और उन्‍हें शिक्षा तक पहुंच मिलने के बीच मौजूद अंतर को कम करने की लगातार कोशिश कर रही है।

“विद्याधन” कार्यक्रम में 10वीं और 12वीं सफलतापूर्वक उत्‍तीर्ण करने वाले छात्रों की उच्‍च शिक्षा में परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए एजुकेशन लोन दिया जाएगा। “उत्कर्ष” में लड़कियों, ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांग बच्चों को सालाना स्कॉलरशिप की पेशकश के अलावा अतिरिक्त लाभ मिलेगा।

टाटा मोटर्स के चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर (सीएचआरओ) श्री सीताराम कांडी ने “विद्याधन” और “उत्कर्ष” कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा करते हुए कहा, “क्वॉलिटी एजुकेशन जीवन में आगे बढ़ने और विकास के लिए जरूरी है। इन प्रोग्राम्‍स से हम उच्‍च शिक्षा की ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना रहे हैं। इससे हम अपने मेहनती तकनीशियनों के बच्चों को अपने और अपने माता-पिता के अरमानों को पूरा करने में सक्षम बना रहे हैं। 10 और 12वीं पास बच्चे अपने पसंद के किसी भी क्षेत्र में उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त कर सकते हैं। इसके लिए उनके माता-पिता को पैसों की चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। उनके पास सही योग्यता और कौशल के साथ सफल कॅरियर बनाने और एक अच्‍छा जीवन जीने के बेहतर अवसर होंगे।’’

विद्याधन : उज्जवल भविष्य का निर्माण

विद्याधन एक एजुकेशन लोन प्रोग्राम है, जो अगली पीढ़ी को उनकी क्षमता का अहसास कराने के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंचने के पुल का काम करता है। कंपनी के योग्य टेक्नीशियनों को 7.5 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। यह उनकी अपने देश में शिक्षा के लिए फीस के 95 फीसदी खर्च जबकि विदेश में उनकी शिक्षा के 85 फीसदी खर्च को कवर कर सकता है। ये लोन भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के सहयोग में दिए जा रहे हैं। लड़कों के लिए 50 फीसदी कम और लड़कियों, ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए 70 फीसदी कम ब्याज दर पर लोन मिलता है। लोन हासिल करने के लिए छात्रों का किसी भारत या विदेश के मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय या एआईसीटीई के समकक्ष कम से कम दो साल के ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिला होना जरूरी है।

उत्कर्ष स्कॉलरशिप : सशक्तिकरण के साथ सभी को सामान्य अवसर

 

उत्कर्ष कार्यक्रम में लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए 25 हजार रुपये की स्कॉलरशिप दी जाती है। 10वीं और 12वीं कक्षा के बाद यह स्कॉलरशिप उन लड़कियों, ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांग बच्चों को दी जाती है, जिनके 10वीं और 12वीं में कम से कम 60 प्रतिशत नंबर आए हो और उन्होंने भारत या देश की किसी मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी या एआईसीटीई के समकक्ष संस्थान में एडमिशन लिया हो।

 

 

 

 

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button