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थैंक्‍यू इंडिया क्‍यों कह रहा तालिबान, भारत ने कैसे की मुश्किलों में फंसे अफगानिस्तान की मदद

थैंक्‍यू इंडिया क्‍यों कह रहा तालिबान, भारत ने कैसे की मुश्किलों में फंसे अफगानिस्तान की मदद

तालिबान ने एक बार फिर भारत की जमकर तारीफ की है। उसने अफगान नागरिकों की मदद के लिए भारत को धन्यवाद बोला है। तालिबान ने कहा है कि भारत को अफगानिस्तान की मदद और ज्यादा बढ़ानी चाहिए। उसने अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में भारत से सहायता मांगी है।

काबुल: तालिबान ने एक बार फिर भारत की जमकर तारीफ की है। उसने अफगान क्रिकेट टीम से लेकर दूसरी तरह की मानवीय मदद को लेकर भारत को धन्यवाद भी बोला है। तालिबान के दोहा स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख सुहैल शाहीन ने भारत के साथ ऐतिहासिक संबंधों का हवाला दिया। उन्होंने भारत से एक नए सिरे से सहयोग का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि भारत को अफगानिस्तान में अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने और अफगान आबादी की स्वास्थ्य देखभाल में सहायता करने की मांग की। उन्होंने महिला अधिकारों पर और ज्यादा काम करने का भरोसा दिया और कहा कि हालात वैसे नहीं है, जैसा दिखाया जा रहा है। शाहीन ने दावा किया कि अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और कानून प्रवर्तन सहित विभिन्न क्षेत्रों में हजारों महिलाएं कार्यरत हैं।

अफगानों की मदद के लिए बोला धन्यवाद

 

एक इंटरव्यू में सुहैल शाहीन ने कहा, भारत लंबे समय से अफगान क्रिकेट टीम की मदद कर रहा है। इसके अलावा हजारों अफगानी आज भी भारत में अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि महिला उद्यमियों को 10,000 से अधिक व्यवसाय लाइसेंस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह पिछली सरकार की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था की पूरी क्षमता बाधित हुई है। उन्होंने जोर देकर कहा, “अगर हम आर्थिक प्रतिबंधों के अधीन नहीं होते, तो और अधिक प्रगति होती।”

 

भारत ने कैसे की अफगानिस्तान की मदद

 

भारत ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और पुनर्वास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत ने अफगानिस्तान में तकनीकी सहयोग और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण निवेश किया है। अभी तक भारत ने अफगानिस्तान को 3 अरब डॉलर की सहायता प्रदान की है। हालांकि, तालिबान के कब्जे के बाद से भारत की सहायता में कमी आई है। इसके बावजूद भारत ने मानवीय सहायता के रूप में अफगानिस्तान को अनाज, दवाइयों, कोविड वैक्सीन समेत कई जरूरी सामान की आपूर्ति की है। भारत ने अफगानिस्तान में डेलारम जिले को ईरान की सीमा से जोड़ने के लिये डेलारम-जरंज राजमार्ग के निर्माण में मदद की है। तालिबान ने इसी राजमार्ग की मदद से कुछ दिनों पहले ईरान के चाबहार बंदरगाह तक खनिज से भरे ट्रको को पहुंचाया था।

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