हागणदारीमुक्त अधिक मॉडेल घोषित किए गए गांवों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए ग्राम पंचायतों को अपनी अधिकारोका उपयोग करना चाहिए:– डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, विभागीय आयुक्त, पुणे विभाग
विशाल समाचार संवाददाता पुणे
पुणे: पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है। इसके तहत ग्राम स्तर पर शौचालयों के निर्माण एवं उपयोग के साथ-साथ गांव में ठोस अपशिष्ट एवं अपशिष्ट जल का प्रबंधन कर गांवों को हागणदारीमुक्त अधिक मॉडल घोषित किया जा रहा है। हगंदारी मुक्त मॉडल घोषित गांव में स्वच्छता की निरंतरता बनाए रखने के लिए ग्राम पंचायतें अस्वच्छता फैलाने वालों के खिलाफ अपनी शक्तियों अधिकार का प्रयोग करें तथा अपने गांव क्षेत्र को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए प्लास्टिक प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करें।
ऐसी अपील डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, विभागीय आयुक्त, पुणे विभाग इन्होने ग्राम पंचायत माण ता. मुलशी, जि. पुणे में स्वच्छता ही सेवा पहल के तहत स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर एक अपील की गई है।
स्वच्छ भारत मिशन को शुरू हुए 10 साल हो गए हैं। इन 10 सालों में गांव और शहर स्वच्छ सुंदर हो रहे हैं. इसमें नागरिक भाग ले रहे हैं. पिछले 10 वर्षों से हर वर्ष इस अभियान के तहत स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम सुरु किया है। यह अभियान 14 सितम्बर से 2 अक्टूबर की अवधि के दौरान पूरे भारत में चलाया जाता है !
स्वच्छता के लिए जन आंदोलन हो रहा है। स्वच्छता में विद्यार्थियों की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिल रही है। ग्राम पंचायत मान में आयोजित स्वच्छ भारत दिवस के रूप में स्वच्छता ही सेवा 2024 पहल का समापन किया गया।
इस कार्यक्रम को डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, विभागीय आयुक्त, पुणे विभाग, श्री सुहास दिवसे, कलेक्टर, पुणे, श्री संतोष पाटिल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, पुणे, श्री विजयसिंह नलवड़े, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ग्राम पंचायत, श्री अप्पासाहेब गुजर उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जल एवं स्वच्छता, श्री सुधीर भागवत, खंड विकास अधिकारी, पंचायत समिति मुलशी, ग्राम सरपंच, उपसरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्रामस्थ उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। साथ ही सफाई कर्मियों (सफाईमित्र) को सम्मानित किया गया और उन्हें स्वच्छता किट वितरित किये गये। साथ ही ग्रामीणों को सार्वजनिक कूड़ेदान भी वितरित किये गये। स्वच्छ में आंगन के तहत महिलाओं को सम्मानित किया गया और प्रमाण पत्र दिये गये।
साफ-सफाई की नियमित आदत अपनानी चाहिए। स्वच्छता से मन प्रसन्न रहता है। स्वच्छता का जन-आंदोलन निरंतर जारी रहना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर, आसपास के वातावरण के साथ-साथ अपने गांव को भी स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में योगदान देना आवश्यक है। साफ-सफाई से कई बीमारियाँ कम हुई हैं। यह वात पुणे के कलेक्टर श्री सुहास दिवसे, ने कहा है।
*पुणे जिले के सभी गांवों में स्वच्छता ही सेवा गतिविधि दिनांक 18 सप्टेंबर 2024 से प्रारंभ की गई।
आज 2 अक्तुबर 2024 तक इसमें जिले के सभी 1836 गांवों के 39 कार्यक्रमों 7062 एन्ट्री हुई है! पिछले 15 दिनों में (नियमित कचरा साइट की सफाई – 483, जनभागीदारी विभिन्न गतिविधियां 395, स्वच्छता श्रमदान 692, सफाई मित्र सुरक्षा शिविर – 709, स्वच्छ भारत सांस्कृतिक गतिविधियाँ 414, खाउ गली साइट की सफाई 127, कचरेसे कलात्मक रचनाएँ – 137) केंद्र सरकारके पोर्टलपर गतिविधियों को पंजीकृत किया है और हर दिन गतिविधियों की तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड की हैं। इस बीच, 12,65,431 (स्वच्छता लक्ष्य इकाई 239290, स्वच्छता भागीदारी 884129, सफाई मित्र शिविर 142012) नागरिकों ने भाग लिया है।
यह जानकारी जिला परिषद, पुणे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संतोष पाटिल ने दी