हादसापूणे

एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा पद्म विभूषण रतन टाटा को श्रद्धांजलि…!

एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा पद्म विभूषण रतन टाटा को श्रद्धांजलि…!

डब्ल्यूपीयू में “विश्व मानव रत्न रतन टाटा हॉल ऑफ फेम” के निर्माण का संकल्प

 

पुणे : एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे और माईर्स एमआईटी ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, पुणे ने मानवता के अद्वितीय विनम्र सेवक और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष पद्म विभूषण रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

इस अवसर पर एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड,

माईर्स एमआईटी के संस्थापक ट्रस्टी प्रो. प्रकाश बी. जोशी, डब्ल्यूपीयू के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड, वरिष्ठ पत्रकार अरुण खोरे, नागपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एस. एन. पठान, आचार्य प्रो. डॉ. रतनलाल सोनग्रा, डब्ल्यूपीयू के कुलपति. डॉ.आर. एम. चिटनीस एवं रजिस्ट्रार गणेश पोकले उपस्थित थे.

प्रो डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, “हम जल्द ही मानवता के अद्वितीय विनम्र सेवक पद्म विभूषण रतन टाटा के नाम पर एमआईटी डब्ल्यूपीयू में विश्वमानव रत्न रतन टाटा हॉल ऑफ फेम बनाएंगे. रतन टाटा, जैसा कि नाम से पता चलता है, देश के रत्न थे. उन्होंने सत्यनिष्ठा, ईमानदारी, साहस, त्याग, स्नेह, समर्पण, सेवा और सादगी सीखी. उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के कल्याण के लिए बिताया. यदि वे उनके आदर्शों और कार्यों को जीवन में उतारें तो यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

प्रो. प्रकाश बी. जोशी ने कहा, “रतन टाटा इस बात के प्रतीक हैं कि भारतीय कैसे विदेश जा सकते हैं और सबसे अच्छा व्यवसाय कर सकते हैं. उन्होंने पारसी धर्म के दर्शन का पालन किया कि किसी को सफलता के लिए मूल्यों का त्याग नहीं करना पड़ता है.”

राहुल कराड ने कहा, टाटा की पीढ़ी ने देश के लिए बलिदान दिया है. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और एमआईटी को गर्व है कि हमारे छात्र ने नैनो कार के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

रतन टाटा महात्मा गांधी से प्रभावित थे. उन्होंने ट्रस्ट की भूमिका स्वीकार कर सामाजिक संतुलन स्थापित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है. यह भावना वरिष्ठ पत्रकार अरुण खोरे ने व्यक्त की.

वह एक व्यवसायी होने के साथ-साथ एक महान प्रतिबद्ध देशभक्त, परोपकारी, व्यवसायी और एक बहुत ही विनम्र आत्मा थे जो दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा और आदर्श थे. ऐसी अनुभूति डाॅ. आर.एम चिटनिस, डाॅ. संजय उपाध्ये, डाॅ. एस.एन.पठान, प्रो. रतनलाल सोनग्रा, डाॅ. दत्ता दंडगे एवं नलावडे महाराज ने व्यक्त किये.

इस अवसर पर माईर्स एमआईटी समूह के शैक्षणिक संस्थानों के विभिन्न कॉलेजों के संकाय और कर्मचारियों ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी.

 

विश्व मानव रत्न रतन टाटा हॉल ऑफ फेम

यह हॉल माईर्स एमआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा. जिन्होंने शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार, शांति के लिए अध्ययन, खेल, सामाजिक सेवा, कला, व्यवसाय, उद्यमिता और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.

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