इटावा में हाईवे हो या अन्य जगहों पर वने ओयो होटलों में चल रहा है शर्मसार करने वाला धंधा,पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे? डीजीपी को ठेंगा
विशाल समाचार मुख्य संवाददाता यूपी
इटावा: जिला इटावा में हाईवे हो अन्य जगहों पर खोले गए ओयो होटल एवं रेस्टोरेंट निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं चल रहे हैं सूत्रों का कहना है कि जिला इटावा और जसवंतनगर के ओयो और उनमें अवयस्कों को आते जाते देखा जा रहा है। कहां जाता है कि पुलिस प्रशासन की सांठगांठ के चलते कोई उन पर हाथ नहीं डाल रहा है। यह एक बड़ी चुनौती है डीजीपी लखनऊ के लिए यह एक चिंता का बिषय बन गया?, डीजीपी महोदय जबाव दें?इन होटलों की वजह से समाज पर गलत प्रभाव पड़ रहा है।
बताते हैं कि इटावा जाने वाले मार्ग पर ग्राम कैस्त्त के निकट व इटावा आईटीआई चौराहा से पहले ओयो होटल और रेस्टोरेंट खुले हुए हैं जिनमें युवक युवतियों का दिन भर आना जाना देखा जा रहा है। इनमें से ज्यादातर कम उम्र के या स्कूली छात्र-छात्राएं बताए जाते हैं। शुरू शुरू में इनमें पुलिस ने भी छापे मारे परंतु अब ना उसमें कोई पुलिस प्रशासन जा रही है और ना कोई अन्य जिला अधिकारी इसकी निगरानी कर रहा है। ओयो होटलों की गतिविधियों से समाज पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। बताते तो यहां तक हैं कि इन होटलों पर कोई लाइसेंस नहीं है। आम नागरिक इनमें उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं तथा बिना लाइसेंस वाले ओयो होटल बंद कराए जाने के लिए भी मांग की जा रही है। यह भी पता चला है कि अवयस्कों को इन होटलों में कमरा देते समय वयस्क लोगों के आईडी कार्ड लगा दिए जाते हैं। क्या पुलिस प्रशासन का दायित्व नहीं बनता। क्या इटावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इसकी कानों कान खबर नहीं है क्या? इससे साफ साफ दिखाई देता कि डीजीपी को ठेंगा दिखाकर मनमानी कर रही पुलिस प्रशासन? क्या महोदय यह विषय गंभीर नहीं है क्या? डीजीपी महोदय जबाव.