अनाथ बच्चों के लिये उमा परौहा चैरिटेबल ट्रस्ट ने दिये एक लाख रूपये
कलेक्टर की पहल पर स्पॉन्सरशिप योजना में मिला एक लाख का सहयोग
रीवा (मध्य प्रदेश) :महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्पॉन्सरशिप योजना लागू की गई है। इसका उद्देश्य दुर्घटना, बीमारी या अन्य किसी पारिवारिक-सामाजिक कारण से बेसहारा हो गये बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और पालन-पोषण की सुविधा देना है। रीवा जिले में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की विशेष पहल पर 70 बेसहारा बच्चों को अब तक स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिया जा चुका है। इस योजना का पृथक से बैंक खाता जिला रेडक्रास समिति द्वारा खोला गया है। इस खाते में लगातार सहयोग राशि प्राप्त हो रही है। जिले की समाजसेवी संस्था उमा परौहा चैरिटेबल ट्रस्ट ने बेसहारा बच्चों के लिये एक लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की है। इसके अध्यक्ष डॉ. केके परौहा हैं। कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को ट्रस्ट के सचिव डॉ. विनोद तिवारी ने सहायता राशि का चेक भेंट किया। इस अवसर पर रेडक्रास समिति के डॉ. विनोद श्रीवास्तव, डॉ. प्रभाकर चतुर्वेदी एवं श्री असद खान उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि हर बच्चे की समुचित देखभाल हम सबकी जिम्मेदारी है। दुर्घटना अथवा बीमारी से जो बच्चे बेसहारा हो गये हैं उन्हें शासन की योजनाओं से सहयोग देने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इस कार्य में समाज भी सराहनीय योगदान दे रहा है। उमा परौहा ट्रस्ट ने एक लाख रूपये की सहयोग राशि देकर सराहनीय कार्य किया है। इस राशि से कई बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ देने में सहयोग मिलेगा। ट्रस्ट के सचिव ने बताया कि ट्रस्ट के द्वारा प्रवासी मजदूरों को भोजन कराने, गायत्री मंदिर में साधना कक्ष की स्थापना, मार्तण्ड स्कूल के 250 विद्यार्थियों के लिये फर्नीचर व्यवस्था के लिये सहयोग राशि दी गई। अन्य सामाजिक कार्यों में निरंतर सहयोग दिया जा रहा है।