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टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने दिल्ली में टोयोटा सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम के सफल समापन के साथ सड़क सुरक्षा प्रतिबद्धता का विस्तार किया

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने दिल्ली में टोयोटा सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम के सफल समापन के साथ सड़क सुरक्षा प्रतिबद्धता का विस्तार किया

PUNE News ,: टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी कटिबद्धता को मजबूत करते हुए, अपनी प्रमुख पहल, टोयोटा सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम (टीएसईपी) का सफलतापूर्वक समापन किया। इसके तहत, “सड़क सुरक्षा – मेरा अधिकार, मेरी जिम्मेदारी ” का केवी नंबर 2 कैंटोनमेंट, डॉ. सर्वपल्ली ऑडिटोरियम, दिल्ली में प्रभावशाली कार्यक्रम हुआ। इसमें मुख्य अतिथि श्री रजनीश सिंह – निदेशक, भारी उद्योग मंत्रालय के साथ-साथ सम्मानित अतिथि श्री एसके सिंह, पुलिस उपायुक्त (यातायात) और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड व एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट – कॉर्पोरेट मामले और शासन सहित टीकेएम के वरिष्ठ नेतृत्व ने भाग लिया ।

 

युवा सड़क उपयोगकर्ताओं में जिम्मेदारी की भावना पैदा करने के लिए डिज़ाइन किया गया, टीएसईपी स्कूली बच्चों को सक्रिय रूप से शामिल करता है और अपने समुदायों में सड़क सुरक्षा राजदूत बनने के लिए इनका सशक्तिकरण करता है। यह पहल टीकेएम के विस्तृत नजरिये का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य शून्य सड़क दुर्घटना की स्थिति प्राप्त करना और सुरक्षित व अधिक जिम्मेदार सड़क उपयोग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

 

बैंगलोर में टीएसईपी बैच 1 और दिल्ली में आज के कार्यक्रम की सफलता के आधार पर आगे बढ़ते हुए टीएसईपी अपना विस्तार जारी रखेगा। इसके लिए 8 फरवरी को बैंगलोर और 11 फरवरी को मुंबई में बैच 2 के लिए सत्र निर्धारित हैं। 2025 में, कार्यक्रम का लक्ष्य 140 स्कूलों में 600 शिक्षकों और 70,000 से अधिक छात्रों तक पहुँचना है, जो देश भर में सड़क सुरक्षा शिक्षा के लिए टीकेएम की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण छात्रों की रचनात्मक भागीदारी थी। इसमें पोस्टर निर्माण, स्किट, गाने, मैड ऐड्स और तथ्य-आधारित वीडियो प्रस्तुति जैसी आकर्षक गतिविधियां शामिल हैं। इन अंतरसक्रिय सत्रों ने छात्रों को सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अभिनव समाधान दिखाने के लिए एक मंच प्रदान किया। इससे सीखने का अनुभव समृद्ध और आनंददायक दोनों बन गया। इस कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा जागरूकता को आगे बढ़ाने में प्रतिभागियों के असाधारण प्रयासों को मान्यता देने वाले पुरस्कार समारोह भी शामिल थे।

 

कार्यक्रम का मापने योग्य प्रभाव स्पष्ट है। इसमें प्रतिभागियों की जागरूकता का स्तर 39% से बढ़कर 60% हो गया है, जो महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा ज्ञान को बढ़ावा देने और सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देने में टीएसईपी की प्रभावशीलता को रेखांकित करता है। गति को बनाए रखने के लिए, प्रत्येक भाग लेने वाले स्कूल ने शिक्षकों के नेतृत्व में समर्पित सड़क सुरक्षा क्लब स्थापित किए, जिससे साथियों के साथ सीखने और छात्रों की निरंतर भागीदारी को बढ़ावा मिला। ये क्लब स्कूल समुदायों के भीतर सड़क सुरक्षा पहल को बनाए रखने में महत्वपूर्ण बन गए हैं।

 

टीकेएम का समग्र “वास्तविक विश्व सुरक्षा” दृष्टिकोण भारत की सड़क सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सुरक्षित वाहन निर्माण, उपयोगकर्ता शिक्षा और यातायात पर्यावरण सुधारों को एकीकृत करता है। 2007 में अपनी स्थापना के बाद से, टीएसईपी ने देश भर में 800,000 से अधिक छात्रों को प्रभावित किया है। छात्रों को अपने परिवारों और समुदायों के भीतर सड़क सुरक्षा के लिए सक्रिय ढंग से काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इसके “बच्चे से समुदाय” मॉडल का लाभ उठाया गया है।

 

टीएसईपी एक विशिष्ट और प्रभावशाली एबीसी दृष्टिकोण अपनाता है :

 

· जागरूकता : सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में जागरूकता बढ़ाना।

 

· व्यवहार संबंधी परिवर्तन : सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित करना।

 

· अभियान : अभिनव अभियान के माध्यम से समुदायों को शामिल करना।

 

यह व्यापक संरचना जिम्मेदार व्यवहार और सुरक्षित सड़क व्यवहारों के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, टीएसईपी संरचित सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करके शिक्षकों को सशक्त बनाता है, जिससे शिक्षक छात्रों को प्रभावी ढंग से मार्गदर्शन करने में सक्षम होते हैं। यह कार्यक्रम स्कूली पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा शिक्षा को एकीकृत करने की भी वकालत करता है, जिससे निरंतर सीखने और स्थायी सामुदायिक प्रभाव सुनिश्चित होता है।

 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारी उद्योग मंत्रालय के निदेशक श्री रजनीश सिंह ने कहा, “भारत में सड़क सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है और यह जरूरी है कि हम इसे निरंतर व प्रभावशाली शैक्षिक पहलों के माध्यम से संबोधित करें। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर का सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम इस दिशा में एक सराहनीय कदम है, जो युवा मस्तिष्क को अपने समुदायों में सड़क सुरक्षा का प्रतिनिधि बनने के लिए प्रेरित करता है। कम उम्र में सही ज्ञान और व्यवहार को बढ़ावा देकर, हम न केवल जिम्मेदार नागरिक तैयार कर रहे हैं, बल्कि पूरे देश में सुरक्षित सड़कों के दृष्टिकोण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। मुझे विश्वास है कि टीएसईपी जैसे कार्यक्रम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए और अधिक संगठनों को प्रेरित करेंगे ।”

 

कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए, मुख्य अतिथि – श्री एसके सिंह, पुलिस उपायुक्त (यातायात) ने कहा, “सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है और शिक्षा कम उम्र से ही जिम्मेदार सड़क उपयोगकर्ताओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर का सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम एक उल्लेखनीय पहल है जो छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति सक्रिय होने के

 

 

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