अवार्डसीतामढ़ी

यूनिसेफ टीम ने क्षेत्र का दौरा करने के बाद डीएम से की मुलाकात, किशोरियों के कल्याण और आपदा प्रबंधन पर हुई चर्चा

यूनिसेफ टीम ने क्षेत्र का दौरा करने के बाद डीएम से की मुलाकात, किशोरियों के कल्याण और आपदा प्रबंधन पर हुई चर्चा

 

सीतामढ़ी विशाल समाचार: यूनिसेफ की एक प्रतिनिधि टीम ने जिले के बेलसंड और परसौनी प्रखंडों का दौरा कर विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही किशोरियों से संवाद किया। यह दौरा समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती हरजोत कौर ब्राह्मना के साथ हाल ही में हुई बैठक के क्रम में प्रस्तावित किया गया था, जिसमें किशोर-किशोरियों के सशक्तिकरण को लेकर विस्तृत रणनीतियों पर चर्चा हुई थी। क्षेत्रीय भ्रमण के उपरांत यूनिसेफ टीम ने समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी श्री रिची पाण्डेय से मुलाकात की। बैठक में किशोरियों के कल्याण, बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम उन्मूलन, स्पॉन्सरशिप योजना, सामाजिक विकास तथा जलवायु आपदाओं से निपटने की समुदायों की तैयारियों जैसे अहम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। यूनिसेफ टीम ने बताया कि उन्होंने कन्या उत्थान, पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन, बालिका सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी योजनाओं से लाभान्वित किशोरियों से संवाद किया। इन किशोरियों ने अपनी चुनौतियों, अनुभवों और योजनाओं के प्रभाव साझा किए।

यूनिसेफ ने क्षेत्रीय दौरे के दौरान जिले में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि इन योजनाओं के प्रभाव को और अधिक सशक्त बनाने हेतु विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को और मजबूत किया जाए। इस पर जिलाधिकारी श्री रिची पाण्डेय ने सहमति जताई और यूनिसेफ के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिविल सोसायटी संगठनों और साझेदार संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी से जमीनी समस्याओं की पहचान और समाधान सरल हो जाता है। डीएम ने यह भी कहा कि जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं—जैसे कि पिछले वर्ष बेलसंड ब्लॉक में आई बाढ़—के मद्देनज़र समुदायों की आपदा प्रतिरोधक क्षमता को सुदृढ़ बनाना प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। बैठक में यह सहमति बनी कि वंचित समुदायों में रह रहे|किशोर-किशोरियों के समग्र विकास को प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने और अंतर-विभागीय समन्वय को सशक्त बनाने पर बल दिया गया। इस अवसर पर यूनिसेफ दिल्ली से आए बाल संरक्षण प्रमुख श्री जैरस लिगु, यूनिसेफ पटना की बाल संरक्षण अधिकारी सुश्री गार्गी साहा तथा प्रथम संस्था के जिला समन्वयक श्री सुधीर कुमार भी उपस्थित थे। यूनिसेफ टीम ने आशा व्यक्त की कि जिला प्रशासन और यूनिसेफ भविष्य में भी किशोरियों के सशक्तिकरण और समुदायों के समग्र विकास के लिए मिलकर निरंतर प्रयास करते रहेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button