
ह्यूंडई आर्ट फॉर होप’ सीजन 5 के एलान के साथ ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन ने मनाया विश्व कला दिवस का उत्सव
पुणे : विश्व कला दिवस के मौके पर ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एच एम आई एल) की सी एस आर इकाई ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एच एम आई एफ) ने कला के क्षेत्र में अपनी अहम पहल ‘ह्यूंडई आर्ट फॉर होप’ के पाँचवे संस्करण का एलान किया है। 2021 में शुरुआत के बाद से यह प्रोग्राम उभरते कलाकारों के लिए परिवर्तनकारी पहल के रूप में सामने आया है। इससे क्रिएटिव एक्सप्रेशन और समावेशी सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा मिला है।
ह्यूंडई आर्ट फॉर होप सीजन 5 के लिए 1 मई, 2025 से आवेदन स्वीकारे जाएंगे। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट hyundaiartforhope.com पर जाना होगा। इस सीजन में एच एम आई एफ देशभर से 50 प्रतिभाशाली कलाकारों एवं कला समूहों को वित्तीय अनुदान, पेशेवर प्रशिक्षण और अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा।
‘आर्ट फॉर होप – सीजन 5’ की शुरुआत को लेकर एच एम आई एल के ए वी पी एवं वर्टिकल हेड – कॉरपोरेट अफेयर्स, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन एंड सोशल श्री पुनीत आनंद ने कहा, ‘रचनात्मकता की ताकत का जश्न मनाने के लिए विश्व कला दिवस से बेहतर कोई दिन नहीं हो सकता। ‘आर्ट फॉर होप’ प्रोग्राम ने एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जो न केवल कलाकारों का समर्थन करता है, बल्कि समुदायों का जीवन स्तर ऊपर उठाता है और हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करता है। सीजन 5 के साथ हमने कलाकारों को प्रोत्साहित करने और उन्हें उनकी संबंधित कला में आगे बढ़ने में सहायता करने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती दी है। इससे बदलाव को प्रोत्साहित करने और भारत की जीवंतता को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।’
वित्तीय सहायता प्रदान करने के अतिरिक्त, इस प्रोग्राम के तहत सामाजिक, भावनात्मक एवं पेशेवर पहचान भी मिलती है। इससे कलाकारों को विभिन्न कला स्वरूपों जैसे विजुअल, फोक, ट्राइबल, परफॉर्मिंग, डिजिटल एवं अन्य में सतत करियर बनाने में मदद मिलती है। पिछले चार संस्करणों में ‘आर्ट फॉर होप’ ने 150 से ज़्यादा कलाकारों को 1.65 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया है और वर्कशॉप, प्रदर्शनी एवं कौशल विकास के अवसर देते हुए 25,000 से ज्यादा कलाकारों का समर्थन किया है।
अनुदान का विवरण:
व्यक्तिगत अनुदान: दिव्यांगों समेत व्यक्तिगत एवं टीम के स्तर पर एक-एक लाख रुपये के 40 अनुदान।
· संस्थागत अनुदान: कला समूहों एवं संस्थानों के लिए दो-दो लाख रुपये के 10 अनुदान।
आवेदन की श्रेणियां:
· विजुअल आर्ट: चित्रकारी, पेंटिंग, मूर्तिकारी के सभी प्रकार एवं ऐसे मिक्स्ड मीडिया, जिनमें डिजिटल हस्तक्षेप नहीं होता।
· डिजिटल आर्ट: फोटोग्राफी, न्यू मीडिया आर्ट, फिल्म मेकिंग, मल्टीमीडिया और टेक्नोलॉजी के प्रयोग से तैयार होने वाले डिजिटल आर्ट।
· परफॉर्मिंग आर्ट: संगीत, मूवमेंट आर्ट एवं परफॉर्मिंग आर्ट के अन्य प्रकार।
· ट्रेडिशनल आर्ट और कल्चर: लोक संगीतकार एवं परफॉर्मर्स समेत भारत की लोक कला एवं शिल्प और शोध एवं आर्टिसन एम्पावरमेंट प्रोग्राम।
· फंक्शनल इनोवेटिव आर्ट और क्राफ्ट: शिल्प के प्रयोग से सस्टेनेबल, इको फ्रेंडली या यूटिलिटेरियन प्रोडक्ट इनोवेशन पर फोकस करने वाले प्रोजेक्ट्स।
· मल्टीडिसिप्लिनरी आर्ट: किसी प्रोजेक्ट के लिए विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों का साझा प्रयास।