दिल्ली

यह तो बस शुरुआत है…’: ऑपरेशन सिंदूर के बाद PM मोदी का बड़ा इशारा, सचिवों को निर्देश – लंबे समय के लिए तैयार रहें

यह तो बस शुरुआत है’: ऑपरेशन सिंदूर के बाद PM मोदी का बड़ा इशारा, सचिवों को निर्देशलंबे समय के लिए तैयार रहें

 

नई दिल्ली विशाल समाचार डेस्कटॉप।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि देश को लंबे समय तक चलने वाली स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। गुरुवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी सरकारी विभागों को आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भंडार बनाए रखने, संचार व्यवस्था को बनाए रखने, दहशत से बचाव, और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए निर्देशित किया।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की शुरुआत उसी बिंदु से की जहाँ बीती कार्रवाई छोड़ी गई थी। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपने सहकर्मियों से कहा – “यह तो बस शुरुआत है।” यह टिप्पणी ऐसे समय आई जब भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी शिविरों पर सटीक और सफल हमले किए हैं।

 

20 सचिवों की मौजूदगी, साइबर सुरक्षा पर विशेष जोर

बैठक में लगभग 20 सचिवों ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे उनके निर्देशों के अनुरूप महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए आवश्यक पहल करने के लिए स्वतंत्र हैं।

 

साइबर सुरक्षा को लेकर भी बैठक में गहरी चिंता जताई गई। सचिवों को अपने-अपने मंत्रालयों और विभागों की प्रणालियों की व्यापक समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यों में कोई गड़बड़ी न आए और किसी संभावित साइबर अटैक से बचा जा सके।

 

संस्थागत समन्वय की आवश्यकता

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोदी ने “ऑपरेशनल निरंतरता और संस्थागत लचीलापन बनाए रखने के लिए मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय” पर विशेष बल दिया।

 

बैठक के मुख्य बिंदु आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने के निर्देश ,संचार व्यवस्था और जन-शांति बनाए रखने पर ज़ोर,सचिवों को संकट से निपटने के लिए पूर्ण तैयारी रखने का आदेश,

 

साइबर अटैक से सुरक्षा सुनिश्चित करने की हिदायत

 

मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच समन्वय पर बल सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन चुनौतियों से निपटने के लिए सतर्कता, तैयारी और एकजुटता आवश्यक है।

 

 

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