मध्य प्रदेश

सुकन्या समृद्धि योजना की लक्ष्य पूर्ति में शिक्षा विभाग सक्रिय भूमिका निभायें – कलेक्टर

सुकन्या समृद्धि योजना की लक्ष्य पूर्ति में शिक्षा विभाग सक्रिय भूमिका निभायें – कलेक्टर

रीवा (मध्य प्रदेश):कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इस योजना के लिए पिछले 15 दिनों में बहुत अच्छा कार्य किया है। सबके प्रयासों से 41 हजार से अधिक बेटियों के सुकन्या समृद्धि खाते पोस्ट ऑफिस में खोले गये हैं। जिले को 14 अगस्त तक 85 हजार खाते खोलकर सुकन्या समृद्धि जिला बनाया जायेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की तरह शिक्षा विभाग भी इस योजना की लक्ष्य पूर्ति में सक्रिय भूमिका निभायें। जिला शिक्षा अधिकारी तथा खण्ड शिक्षा अधिकारी स्कूलों में दर्ज 10 साल तक की छात्राओं की सूची तैयार कर ले। खाते इनके सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने के लिए प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों को लक्ष्य निर्धारित कर दें। शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से छात्राओं के खाते खुलवायें।
कलेक्टर ने कहा कि 2 अगस्त तक खण्ड स्तर पर बैठक आयोजित कर शिक्षकों को लक्ष्य आवंटित कर दें, अधीक्षक , डाकघर, जिला शिक्षा अधिकारी को सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने के लिए आवेदन पत्र पर्याप्त संख्या में उपलब्ध करा दें। जिला शिक्षा अधिकारी खाते खोलने के संबंध में प्रतिदिन मानीटरिंग करके प्रगति से अवगत कराये। इसका आवेदन पत्र बहुत आसान है। प्रत्येक शिक्षक इसे आसानी से भरके पोस्ट ऑफिस में जमा कर सकते है। आवेदन पत्र के साथ 4 फोटो, बेटी के जन्म तिथि का प्रमाण पत्र, बेटी अथवा उसके अभिभावक का आधार कार्ड तथा पते के लिए पहचान पत्र देने आवश्यक होगा। इस खाते में एक साल में एक लाख 50 हजार रूपये की राशि जमा की जा सकती है। केवल 250 रूपये से यह खाता खोला जा रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने के लक्ष्य को समय सीमा में पूरा करने वालों को सम्मानित किया जायेगा।
बैठक में अधीक्षक डाकघर आरएस चौहान ने सुकन्या समृद्धि योजना के प्रावधानों तथा खाता खोलने की प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के खाते में जमा राशि पर आयकर में भी छूट दी जाती है। खाता खुलने के 21 साल बाद मेच्योर होता है। इस अवधि के पहले तथा 18 साल की आयु पूरी करने के बाद यदि खाता धारक बेटी का विवाह होता है तो भी खाता मेच्योर हो जायेगा। उसमें जमा राशि प्रदान कर दी जायेगी। सुकन्या समृद्धि योजना में 7.6 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है। यह बचत योजना की सर्वाधिक दर है। नवजात कन्या से लेकर 10 वर्ष तक की हर बेटी का खाता सुकन्या समृद्धि योजना में खोला जाता है।
बैठक में कलेक्टर ने शहरी परियोजना रीवा रायपुर कर्चुलियान, रीवा ग्रामीण तथा हनुमना परियोजना-2 में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के लिए परियोजना अधिकारियों तथा पर्यवेक्षकों की प्रशंसा की। उन्होंने रीवा परियोजना के समान सेक्टर तथा चिरहुला सेक्टर एवं हनुमना परियोजना के पिपराही सेक्टर की पर्यवेक्षकों की प्रशंसा की। कलेक्टर ने पिपराही की सुपरवाइजर को विशेष पुरस्कार देने की घोषणा की। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी केपी तिवारी, जिला परियोजना समन्वयक संजय सक्सेना, बीईओ, बीआरसी, सहायक संचालक आशीष द्विवेदी, परियोजना अधिकारी तथा पर्यवेक्षक एवं डाक विभाग के आरके पटेल, संतोष सोनी एवं समीर खान उपस्थित रहे।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button