सीतामढ़ी बिहार : पं. चन्द्रशेखर धर शुक्ल साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्थान सीतामढ़ी शाखा के तत्वावधान में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को चकमहिला स्थित आई सी एस बिल्डिंग में सम्मान समारोह सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता वयोवृद्ध समाजसेवी राम सकल राय ने की. मंच-संचालन गीतकार गीतेश ने किया. मुख्य अतिथि के रुप में डी डी सी विनय कुमार एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में पुपरी डी सी एल आर ललित कुमार सिंह उपस्थित थे. अतिथि द्वय ने जिलेवासियों को नव वर्ष की शुभकामना देते हुए अमन, चैन, और जिले में विकास की गति को तेज करने पर बल दिया. ट्री मैन सुजीत कुमार ने अतिथियों को पौधा देकर सम्मानित किया एवं अपनी कविता के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देनेवाले साहियकारों एवं युवा कवियों को संस्थान की ओर से प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया. मौके पर उपस्थित संस्थान के अध्यक्ष रमाशंकर मिश्र, संयोजक राकेश कुमार, गणेश झा, वेटरन्स इंडिया के जिला कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व सैनिक अनिल कुमार, शशि भूषण कुमार, सुशील कुमार झा, सुरेश लाल कर्ण एवं अन्य अतिथियों ने बीते वर्ष के कड़वे अनुभव को भुलाकर नये वर्ष में नई ऊर्जा से जिन्दगी की शुरुआत करने पर जोर दिया.
द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का आगाज गीतकार गीतेश की रचना ‘ गुजरे लम्हे को आप मत याद कीजिए, नये साल में सबको मुबारकबाद दीजिए, नई उम्मीद, नई रौशनी, बुलंदियों के संग, सपनों की दुनिया को फिर से आबाद कीजिए’ से हुआ. युवा कवि अर्णव आर्या की कविता ‘ अभावों की धूप में मदद की शाम बन जायें, प्यासों के लिए हम छलकता जाम बन जायें ‘ एवं सचिन सिंह की रचना ‘अभाव जब जिंदगी को जला देता है, तो नाजुक पांव भी रिक्शा चला लेता है’ ने महफिल को गति प्रदान की. मो. कमरुद्दीन नदाफ की गजल ‘वही दिलकश नजारे चमन में फिर लौट आयेंगे, गये हैं दूर जो पंछी गगन में लौट आयेंगे’ एवं युवा कवि कृष्ण नंदन लक्ष्य की रचना ‘अपनी गति को पवन कीजिए’ ने महफिल को जवां बना दिया. विकास चंचल, शुभम सत्यांश एवं अन्य कवियों ने अपनी दिलकश रचना से महफिल में छटा बिखेर दी.