सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को उपलब्ध कराना सरकार की पहली प्राथमिकता। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही/ लापरवाही होने पर संबंधित के विरुद्ध तय की जाएगी जिम्मेदारी :-डीएम
जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा द्वारा रुनीसैदपुर प्रखंड के थुम्मा पंचायत में मनरेगा द्वारा संचालित योजनाओ,कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं प्रथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा सबसे पहले कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय थूम्मा, प्रखंड रुनीसैदपुर का निरीक्षण किया गया। मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में शौचालय, बाथरूम तथा अन्य कमरों की स्थिति संतोषजनक न पाकर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के लिए बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के मद्देनजर पर्याप्त रोशनी, शुद्ध पेयजल, साफ सफाई की व्यवस्था, मच्छरदानी की उपलब्धता इत्यादि दीपावली से पहले करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि दीवारों पर वॉल पेंटिंग( लर्निंग कंटेंट) के साथ कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने स्कूल में अध्ययनरत बच्चियों से बातें की और उनकी स्थिति से अवगत हुए। स्कूल के लिए एप्रोच पथ का निर्माण साथ ही कैंपस को जलजमाव से मुक्त करने हेतु प्रभावी कदम उठाने का निर्देश संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं मनरेगा के डीपीओ एवं पीओ को दिया गया। कैंपस में ही साइड में अत्याधिक जलजमाव को देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की एवं डीईओ को निर्देशित किया कि बीडीओ और मनरेगा के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कैंपस से पानी की निकासी ,सोख्ता का निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण एवं परिसर में प्लांटेशन का कार्य कराना सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी द्वारा थूम्मा पंचायत में ही मनरेगा के तहत वृक्षारोपण कार्य का जायजा लिया गया ।उन्होंने निर्देश दिया कि पौधों का रखरखाव बेहतर तरीके से करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वृक्षारोपण कार्य तय मानकों के अनुरूप करें। इसमें किसी भी तरीके की लापरवाही नहीं चलेगी।
जिलाधिकारी द्वारा थूम्मा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय कुम्हार टोली का भी निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के क्रम में जानकारी दी गई कि स्कूल में नामांकित 50 बच्चों में 36 बच्चे ही उपस्थित हैं।उपस्थित शिक्षक अनुपस्थिति का ठोस कारण बताने में असमर्थ दिखे।जिलाधिकारी ने डीपीओ लेखा को निर्देशित किया कि विद्यालय में पदस्थापित दोनों शिक्षकों का तत्काल स्थानांतरण करना सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ग्रामीणों से रूबरू भी हुए और उनके समस्याओं को बहुत ही गंभीरता से सुना। साथ ही उन्होंने विभिन्न समस्याओ का शीघ्र समाधान के मद्देनजर स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी में मुखिया को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सरकार की *विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओ का लाभ समाज के अंतिम आदमी तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है और यदि इसमें किसी भी तरह की कोताही या लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित पर विधि सम्मत सख्त कार्रवाई की जाएगी।*
निरीक्षण में जिलाधिकारी के साथ जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, वरीय उप समाहर्ता प्रशांत कुमार, डीपीओ मनरेगा राजीव कुमार सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।