सक्षम बिहार, स्वाबलंबी बिहार” अंतर्गत सात निश्चय-2 में लक्षित स्वच्छ गांव समृद्ध गांव के उद्देश्य की प्राप्ति के मद्देनजर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
ग्राम पंचायतों के द्वारा खुले में शौच से मुक्ति का स्थायित्व सुनिश्चित करने हेतु एवं सूचना, शिक्षा एवं संचार के माध्यम से समुदायों का व्यवहार परिवर्तन तथा चिन्हित नये परिवारों/छूटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुलभता तथा चरणबद्ध तरीके से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन द्वारा राज्य के सभी गांव को ओडीएफ प्लस खुले में शौच से स्थायित्व सहित ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन बनाए जाने हेतु 2022-23 के लिए चयनित 60 पंचायतों के मुखिया,पंचायत सचिव, पंचायत लेखापाल, प्रखंड नाजिर एवं प्रखंड समन्वयक को एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह- उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में उप विकास आयुक्त विनय कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। ।साथ ही ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के स्तर में सुधार लाकर उन्हें ओडीएफ प्लस गांव बनाना है इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु वित्तिय वर्ष 2022-23 के बारे में सभी को जानकारी दी गई। बैठक में उपस्थित अधिकारियों पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए विकास आयुक्त ने ओडीएफ प्लस की विस्तृत जानकारी देने के साथ लोगों के व्यवहार परिवर्तन को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि तरल एवं ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर जिला जल स्वच्छता समिति के द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पाने की दिशा में प्रभावी कार्य किया जा रहा है परंतु साथ ही ग्रामीण आम आवाम के व्यवहार परिवर्तन के विषय में भी कार्य किया जाना महत्वपूर्ण है ताकि लोग साफ सफाई के महत्व को समझ सके। उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम में आम जन सहभागिता अपेक्षित है। कार्यशाला में उपस्थित अन्य पदाधिकारियों ने भी संबंधित विषय पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।
उक्त एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-उन्मुखीकरण कार्यक्रम में डीआरडीए निदेशक अजय कुमार, जिला समन्वयक के साथ जिला सलाहकार उपस्थित थे।