रीवा

प्राचीन भारतीय ज्ञान पूरी तरह वैज्ञानिक है – डॉ. श्रीवास्तव

प्राचीन भारतीय ज्ञान पूरी तरह वैज्ञानिक है – डॉ. श्रीवास्तव

रीवा एमपी: गत दिवस छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की मुख्य अतिथि इंडियन साइंस कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ विजयलक्ष्मी सक्सेना रहीं। सेमिनार की अध्यक्षता अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एडीएन वाजपेयी ने की। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में रीवा के प्रोफेसर डॉ पीयूष श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान पूरी तरह वैज्ञानिक है। प्राचीन भारतीय ज्ञान की अनेक अवधारणाएं तथा धर्म विश्वास विज्ञान की वर्तमान कसौटी में भी पूरी तरह से खरे हैं। वैदिक काल तथा उपनिषद काल में माया, सत्य, ईश्वर तथा अद्वैतवाद जैसे गूढ़ विषयों पर प्राचीन संस्कृति ग्रंथों के श्लोकों में जो बातें कही गई हैं उन्हें आधुनिक विज्ञान भी प्रमाणित करता है।
डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान अत्यंत उन्नत था। आज उस ज्ञान को समझने के लिए हमें वैदिक संस्कृत भाषा सीखने तथा ग्रंथों में दिए गए श्लोकों को डिकोड करने की आवश्यकता है। प्राचीन ग्रंथों में वैज्ञानिक तरीके से मानव जीवन के गूढ़ रहस्यों, आध्यात्मिक चेतना और पारलौकिक जीवन के संबंध में सटीक जानकारी दी गई है। भारत अब पुन: तेजी से अपने ज्ञान पथ पर आगे बढ़ रहा है। निश्चय ही भारत विश्वगुरू के पद को प्रतिष्ठित करेगा। सेमिनार में सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बीजी सिंह, डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरपी दुबे इंडियन नेशनल साइंस कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ अशोक सक्सेना डॉ एचपी तिवारी तथा अन्य विद्वान वक्ता शामिल रहे।

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