इटावा में कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच झड़प:कई कांग्रेस नेताओं को आई चोट, बोले:-
(इटावा से शिवराज सिंह राजपूत की रिपोर्ट):-
मामला विस्तार से
अगर शांति पूर्ण प्रदर्शन कोई भी करता है तो पुलिस लाठी चार्ज कैसे कर सकती हैं… क्या कानून का ताक पर रखा जा सकता…!
इटावा यूपी: इटावा में राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के मामले पर कांग्रेसियों ने शहर में पैदल मार्च निकाला। पुलिस ने इस पैदल मार्च को कचहरी जाने से पहले ही रास्ते में रोक लिया। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं और पुलिस में जमकर झड़प हुई। कांग्रेसियों का आरोप है कि पुलिस ने उनको शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका और कार्यकर्ताओं पर जबरन लाठी बरसाई। जिसके बाद सभी नेताओं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया।
सोमवार को जिला कांग्रेस कार्यालय नगर पालिका चौराहा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। कांग्रेसियों का पैदल मार्च बीच रास्ते में पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेसी और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिसमें कांग्रेस के आधा दर्जन कार्यकर्ता मामूली चोटिल हो गए। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन में नजर बंद कर दिया।
पुलिस से झड़प में चोटिल कांग्रेस कार्यकर्ता।
जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने बताया कि हम शांतिपूर्वक तरह से नगर पालिका चौराहा से कचहरी में जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे। तभी हमें जबरन सरकार के इशारे पर पुलिस ने बीच रास्ते में रोक दिया और हमारे कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडे, लात-घूसों से मारा गया। जिसमें मेरे कई कार्यकर्ताओं को चोट आई है। पुलिस ने हमारे साथ बर्बरतापूर्ण रवैया अपनाया है। सरकार लोकतंत्र की आवाज दबाने का काम रही है।