रिपोर्ट विशाल समाचार टीम सीतामढ़ी
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस -2023 जिला स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित
सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए सामाजिक दृष्टिकोण बदलना जरूरी :– जिलाधिकारी
महिला एवं बाल विकास निगम के निर्देश पर जिला प्रोग्राम कार्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं एवं किशोरियों की सुरक्षा, सर्वांगीण विकास एवं बालिकाओं के मूल्य का व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जिला स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए| जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने वृक्षारोपण कर बालिकाओं को शुभकामनाए दी | बाल विवाह मुक्त सीतामढ़ी के लिए जिलाधिकारी ने समाहरणालय मे हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया | कमला बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बालिकाओं के द्वारा साइकिल रैली को रवाना हरी झंडी दिखाकर जिलाधिकारी ने किया | कमला बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के सभागार मे छात्राओं के साथ जिलाधिकारी ने संवाद कार्यक्रम किया | संवाद कार्यक्रम मे लक्की कुमारी, मुस्कान कुमारी आदि बालिकाओं ने बालिकाओ के सुरक्षा से संबंधित कई सवाल पूछे , जिलाधिकारी ने बड़े ही धैर्य से बालिकाओ को सुना और सहजता के साथ जबाब भी दिए | इस दौरान जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने बताया कि *सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए* *सामाजिक दृष्टिकोण बदलना जरूरी ।इसके लिए* *लड़कियों के सामने आने वाली* *असमानताओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना, बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता को* *बढ़ावा देना, महिला शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर* *जागरूकता बढ़ाना एवं लड़कों को संस्कारवान बनाना जरूरी है| बच्चे परिवार और समाज मे पलते बढ़ते है वहाँ से ही हमे अच्छे* *विचारों को अपनाने पर ध्यान देना जरूरी है । इसमे माता-पिता की अहम भूमिका होती है।* उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस लोगों और संगठनों को विभिन्न प्रकार के भेद भाव और दुर्व्यवहार के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने का अवसर देता है| जिलाधिकारी बालिकाओं के साथ घुल–मिल गए और उनके हौसले को अफजाई किया | जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कंचन गिरी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 19 दिसंबर 2011 को इस बारे में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें बालिकाओं के अधिकारों एवं विश्व की उन अद्वितीय चुनौतियों का, जिनका कि वह मुकाबला करती हैं, को मान्यता देने के लिए 11 अक्टूबर को प्रति वर्ष अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप मे मनाते है | सरकार की कन्या उत्थान योजना आदि की चर्चा की | जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया बालिकाओं के जागरुकता का एक उदाहरण है कि विद्यालयों मे लड़कियों की संख्या बढ़ी है और नियमित विद्यालय आकर वे पढ़ाई कर रही हैं | स्वयंसेवी संस्थाओ द्वारा नुक्कर नाटक कर बालिकाओं के साथ होने वाले विभिन्न भेद-भाव/ कठिनाई पर प्रस्तुति की गई | मौके पर विद्यालय प्रधानध्यापक कमरुल होदा, शिक्षक राम नारायण पासवान के आलवा कार्यक्रम मे स्वयंसेवी संस्था प्रथम के जिला समन्वयक सुधीर कुमार, बचपन बचाओ आंदोलन के जिला समन्वयक कृति , कर्पूरी ठाकुर ग्रामीण विकास संस्थान के रवींद्र कुमार, कमलेश कुमार का सहयोग प्राप्त हुआ | मौके पर एसडीएम प्रशांत कुमार, एसडीसी सोनी कुमारी, डीपीओ एसएसए सुभाष कुमार, बीडीओ अमरेंद्र कुमार, सीडीपीओ कुसुम कुमारी, सरिता कुमारी, संध्या कुमारी, कामनी कुमारी, पोषण अभियान के जिला समन्वयक रूपम कुमारी, इनामुल हसन, प्रभु प्रसाद, अभिषेक रजा, छोटेलाल कुमार,गौरी शंकर, जसवीर कुमार आदि शामिल रहे।