ऊर्जा मंत्री ने गोण्डा में 132/33 केवी पारेषण विद्युत उपकेन्द्र, घारीघाट का किया लोकार्पण
गोण्डा जनपद की कुल विद्युत स्थापित क्षमता 960 एमवीए से 42.74 लाख आबादी को मिलेगी भरपूर बिजली
घारीघाट को ही नहीं बल्कि गोण्डा जिला मुख्यालय को भी यहां से बिजली मिलेगी
मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में गोण्डा जिले के दुर्गम-दूरस्थ इलाकों में बेहतर विद्युत आपूर्ति हेतु यह सब स्टेशन बनाया गया
केन्द्र की रिवैम्प योजना से देवीपाटन मण्डल में 434 करोड़ रूपये तथा गोण्डा जिले में 175 करोड़ रूपये से विद्युत व्यवस्था में सुधार के कार्य किये जा रहे
ऊर्जा मंत्री की चेतावनी उपभोक्ताओं के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार एवं भ्रष्टाचार पर कार्मिकों पर की जायेगी सख्त कार्यवाही
ऊर्जा मंत्री ने आमजन से की अपील-गलत कार्यों का न साथ दें न ही ऐसे कार्यों को बढ़ावा दें
उपभोक्ता पर्यावरण संरक्षण के लिए बिजली का करें संयमित उपयोग
लोग प्रदेश को कटिया चोरों से निजात दिलाने में सहयोग करें
विद्युत की दुर्व्यवस्था से उत्तर प्रदेश को हमेशा के लिए निकालना है:- श्री ए0के0 शर्मा
रिपोर्ट धर्मेंद्र कुमार वर्मा लखनऊ
प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने आज गोण्डा जनपद के घारीघाट में 2×40 एमवीए क्षमता का 132/33 केवी पारेषण विद्युत उपकेन्द्र का लोकार्पण किया। साथ ही 36.80 किमी0 लम्बाई की 132 केवी मनकापुर-घारीघाट पारेषण लाइन और 16.20 किमी0 लम्बाई की 132 केवी भौखरी-घारीघाट पारेषण लाइन का भी लोकार्पण किया। इन सभी परियोजनाओं में 132/33 केवी विद्युत उपकेन्द्र तथा पारेषण लाइनों के निर्माण में कुल 48.66 करोड़ रूपये की लागत आयी। इस कार्य को डेढ़ वर्ष में अगस्त, 2021 में प्रारम्भ कर फरवरी, 2023 में पूरा कर इस उपकेन्द्र को ऊर्जीकृत कर दिया गया। इस उपकेन्द्र के संचालित होने से गोण्डा की गौरा विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत गौरा चौकी, देवरिया मद्दो, घारीघाट, मसकनवा, स्वामीनारायन मन्दिर छपिया, परसा तिवारी एवं अचलपुर चौधरी क्षेत्र की चार लाख आबादी लाभान्वित होगी।
ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने बताया कि घारीघाट उपकेन्द्र के निर्माण से गोण्डा के गौरा विधान सभा क्षेत्र के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों को सुचारू विद्युत आपूर्ति हो सकेगी और लो-वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। इस क्षेत्र को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी। क्षेत्र में विकसित हो रहे औद्योगिक, व्यवसायिक एवं घरेलू उपभोक्ताओं को समुचित विद्युत आपूर्ति हो सकेगी तथा पूर्व के अतिभारित क्षेत्रों को पुर्ननियोजित कर अतिभारिता नियंत्रित होगी।
उन्होंने बताया कि गोण्डा जनपद में अब 2×200$3×40 एमवीए क्षमता का 220/132/33 केवी का 01 नग उपकेन्द्र तथा 132/33 केवी के 05 नग उपकेन्द्र हो जाएंगे, जिसमें 2×40 एमवीए क्षमता के नवाबगंज, कर्नलगंज, इटियाथोक घारीघाट तथा 3×40 एमवीए क्षमता का मनकापुर उपकेन्द्र आते हैं। गोण्डा जनपद की अब कुल विद्युत स्थापित क्षमता 960 एमवीए हो जायेगी जबकि यहां की पीक लोड 320 एमवीए ही है। इस जनपद के 4448 वर्ग किमी0 क्षेत्रफल की 42.74 लाख आबादी को भरपूर बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए इस प्रकार के 80 सब स्टेशन और बनकर तैयार हैं, जिनका लोकार्पण किया जाना है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि घारीघाट उपकेन्द्र का लोकार्पण जिले की प्रगति व विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र को ही नहीं बल्कि गोण्डा जिला मुख्यालय को भी यहां से बिजली मिलेगी। निर्माण कार्य जल्द पूरा होने उन्होंने सभी जन-प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया और गोण्डा की 45 लाख जनता को बधाई दी। मा0 मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में गोण्डा जिले के दुर्गम-दूरस्थ इलाकों में बेहतर विद्युत आपूर्ति हेतु यह सब स्टेशन बनाया गया। कहा कि इससे यहां की विद्युत व्यवस्था बहुत ही सुदृढ़ और सुचारू हो जायेगी।
श्री ए0के0 शर्मा ने बताया कि प्रदेश में विद्युत के आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा। इसके लिए केन्द्र की रिवैम्प योजना (आरडीएसएस) के तहत 17 हजार करोड़ रूपये के कार्य किये जा रहे। बिजनेस प्लान से 05 हजार करोड़ रूपये तथा नगरीय क्षेत्रों में एक हजार करोड़ रूपये के कार्य कराये जा रहे। इस प्रकार कुल मिलाकर 23 से 24 हजार करोड़ रूपये के कार्य विद्युत सुधार के लिए चलाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि देवीपाटन मण्डल के लिए 434 करोड़ रूपये तथा गोण्डा जिले के लिए 175 करोड़ रूपये से जर्जर तार, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, बांस-बल्ली को हटाकर पोल लगाने जैसे जरूरी कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज की आर्थिक प्रगति के साथ ही बिजली की भी मांग बढ़ रही। आज उद्योग लगाये जा रहे, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बनाये जा रहे। जिन घरों में पहले पंखे लगे होते थे आज वहां एसी लगे हुए हैं। प्रदेश सरकार बढ़ी हुई मांग को निर्बाध रूप से पूरा कर रही है। बिजली आज हमारे जीवन के लिए आवश्यक अंग बन चुकी है।
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत कार्मिकों को सख्त चेतावनी दी है कि उपभोक्ताओं के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार एवं भ्रष्टाचार पर कार्मिकों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी उन्हें जेल भेजा जायेगा, निलम्बित भी किया जायेगा। ऊर्जा विभाग अच्छे अधिकारियों को प्रोत्साहित कर रहा तथा गलत कार्य व भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही भी कर रहा। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि गलत कार्यों का साथ न दें और ऐसे कार्यों को बिल्कुल बढ़ावा न दें। सभी लोग प्रदेश को कटिया चोरों से निजात दिलाने में सहयोग करें, जिससे कि प्रदेश को विद्युत की दुर्व्यवस्था से हमेशा के लिए निकाला जा सके। प्रदेश के रोस्टर व्यवस्था को भी धीरे-धीरे समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि विभाग 01 लाख करोड़ रूपये के घाटे में चल रहा है।
श्री ए0के0 शर्मा ने बताया कि ऊर्जा मंत्री बनने के समय प्रदेश में तीन करोड़ कनेक्शन थे इसका 10 प्रतिशत 26 लाख कनेक्शन अभी डेढ़ वर्षों में दिये गये। इस दौरान साढ़े चार लाख ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की गयी। प्रत्येक महीने एक हजार ट्रांसफार्मर बदले जा रहे और इतनी की ही क्षमता वृद्धि की जा रही है। प्रतिमाह एक लाख से ज्यादा नये कनेक्शन दिये जा रहे, अब कोई यह न कहे कि कनेक्शन नहीं मिल रहा। बांस-बल्ली के खम्भों को हटाकर डेढ़ वर्ष में दस लाख खम्भे लगाये गये। योगी सरकार ने सवा लाख मजरों का विद्युतीकरण किया तथा डेढ़ करोड़ से अधिक परिवारों को कनेक्शन दिये। उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों एवं जन-प्रतिनिधियों के सहयोग व सुझावों से कार्यों को किया जा रहा है जिससे कि कहीं कोई भी कमी न रह जाये। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश के बिजली संकट, खराब सड़कें एवं स्वच्छता को लेकर चिन्ता की थी और कहा था कि देश को बिजली उत्पादन के मामले में सरप्लस बनाना है। आज हम अपने पड़ोसी देशों नेपाल व भूटान को बिजली दे रहे हैं। उन्होंने बिजली बचाने व पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी प्रदेशवासियों से बिजली के संयमित उपयोग की अपील की है। कार्यक्रम में गोण्डा के सांसद श्री कीर्तिवर्धन सिंह, विधायक प्रभात वर्मा, श्री रमापति शास्त्री, जिलाध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, मण्डल अध्यक्ष, जन-प्रतिनिधिगण, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा गणमान्य व्यक्तियों के साथ यूपीपीसीएल के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।