ट्रेनों में जगह नहीं मिली तो बसों में उमड़ी भीड़. वसूल रहे 4 हजार से 4200रू निजी बस संचालक
ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने से यात्रियों को मजबूरी में रोडवेज व निजी बसों से करना पड़ रहा है सफर
दिल्ली के लिए यात्रियों की ज्यादा भीड़
संवाद रिपोर्ट विशाल समाचार
गोरखपुर उत्तर प्रदेश: ट्रेनों की लेट लतीफी और लंबी वेटिंग से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। टिकट कंफर्म नहीं होने पर लोग मजबूरी में कई गुना अधिक किराया देकर निजी बसों से यात्रा कर रहे हैं। इसका फायदा निजी बस संचालक भी उठा रहे हैं। उन्होंने सीट की उपलब्धता के आधार पर किराया बढ़ा दिया है। वहीं, रोडवेज की बसों में भी यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है।
मंगलवार की अपराह्न तीन बजे रेलवे बस स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। ज्यादातर दिल्ली की बसों में भीड़ नजर आई। इस बीच रोडवेज की बस में बशारतपुर के रहने वाले अनिल भी बैठे थे। अनिल से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि गोरखधाम ट्रेन की थर्ड एसी में उन्होंने टिकट कराया था, लेकिन उनका टिकट कंफर्म नहीं हुआ। बुधवार को दिल्ली पहुंचना जरूरी था ऐसे में रोडवेज की बस से दिल्ली जाना पड़ रहा है।
तिवारीपुर की रहने वाली शालिनी परिवार के साथ रेलवे बस स्टेशन पर पहुंची थीं, उनके साथ उनके पति और एक बच्चा था। इस बीच वह दिल्ली के लिए बस की तलाश करने लगी। करीब आधे घंटे के इंतजार के बाद उन्हें दिल्ली की बस मिली। शालिनी ने बताया कि रेलवे में टिकट की काफी लंबी वेटिंग चल रही है, ऐसे में हम लोगों ने बस से ही दिल्ली जाने का मन बनाया है।
निजी बसों से दिल्ली जाने के लिए यात्रियों को सामान्य तौर पर 1200 से 1800 रुपये तक खर्च करने होते हैं। लेकिन, इस समय वही किराया अब 3000 से 4000 रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं। आजाद चौक के अष्टभुजा दुबे ने बताया कि उनका बेटा गाजियाबाद में पढ़ता है। ट्रेन में टिकट कंफर्म नहीं हो पाया तो निजी बस से भेजा। 4200 रुपये किराया देना पड़ा। बुधवार के लिए निजी शयन बस का अधिकतम किराया 4500 रुपये है।