अवैध वसूली का खेल, निराला चौकी प्रभारी और दारोगा में गुत्थम गुत्था
यूपी की ताजनगरी आगरा में खाकी एक बार फिर शर्मसार हो गई। यहां अवैध वसूली में बंटवारे को लेकर चौकी इंचार्ज और दारोगा में मारपीट हो गई। इस दौरान चौकी प्रभारी का पैर टूट गया।
विशाल समाचार नेटवर्क टीम आगरा: यूपी की ताजनगरी आगरा में खाकी एक बार फिर शर्मसार हो गई। यहां अवैध वसूली में बंटवारे को लेकर चौकी इंचार्ज और दारोगा में मारपीट हो गई। दरअसल, लोहामंडी थाने की आलमगंज में पुलिस चौकी है, आलमगंज पुलिस चौकी के संजय कुमार प्रभारी हैं। सिपाही से दारोगा बने रमेश चंद्र माथुर भी चौकी पर तैनात हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चौकी प्रभारी संजय कुमार ने अपने परिचितों को शुक्रवार रात 9.30 बजे फोन किया, कहा कि दारोगा रमेश चंद्र ने चौकी के अंदर बंद कर लात घूंसा से पीटा है। रमेश चंद्र का कहना था कि चौकी चलानी है तो वसूली में हिस्सेदारी देनी होगी।
मामला थाना लोहामंडी की आलमगंज चौकी का है। घटना शुक्रवार रात करीब 10 बजे की है। चौकी पर तैनात संजय कुमार बैच 2019 के हैं। सिपाही से दरोगा बने रमेश चंद्र माथुर को भी एक महीने पहले चौकी पर तैनात किया गया है। जानकारों के अनुसार शुक्रवार की रात दोनों में जमकर गुत्थम-गुत्था हुई। दरोगा रमेश चंद्र माथुर ने संजय कुमार को जमीन पर गिराकर उसे लात घूंसों से पीटा। जिसमें उसके पैर की हड्डी टूट गई। सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई। घटना की जानकारी डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय को हुई। उन्होंने एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी को तत्काल घटना स्थल पर भेजा। डीसीपी मौके पर पहुंचे तो विवाद की पुष्टि हुई मगर किसी ने यह नहीं बताया कि विवाद क्यों हुआ था। डीसीपी ने आरोपित दरोगा रमेश चंद्र माथुर को निलंबित कर दिया।
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस विवाद की वजह सीनियर और जूनियर बता रहे हैं। चौकी प्रभारी संजय कुमार ने अपने परिचितों को फोन किया। वह घबराए हुए थे उन्होंने बताया कि दरोगा रमेश चंद्र ने उन पर हमला बोल दिया है, चौकी में बंद करके पीटा है, उनके पैर में चोट लग गई है। मदद की गुहार लगाई। चौकी प्रभारी ने बताया कि दरोगा बोल रहा है कि चौकी चलानी है तो उसे हफ्ता देना पड़ेगा। उन्होंने इसका विरोध किया तो मारपीट की। वहीं एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि चौकी प्रभारी और दरोगा के बीच सीनियर और जूनियर का विवाद है। घटना की जानकारी डीसीपी सिटी को दे दी गई है। एक गोपनीय रिपोर्ट भी भेजी जा रही है।