गोरखपुर में योगी की अग्निपरीक्षा, रविकिशन के स्टारडम को इस अभिनेत्री की चुनौती
गोरखपुर विशाल समाचार: योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में गोरखपुर में चौतरफा विकास कार्य हुए हैं. इसके बावजूद गोरखपुर की जनता जातियों की चक्रव्यूह में फंसी दिख रही है. जो इस लोकसभा सीट के नतीजे को पलट भी सकती है
.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ और घर की सीट गोरखपुर को जीतना बीजेपी के लिए बहुत मायने रखता है. यहां भी लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है. सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद और अभिनेता से नेता बने रवि किशन शुक्ला को फिर से मैदान में उतारा है. समाजवादी पार्टी की ओर से मोर्चा संभाल रही हैं काजल निषाद. काजल भी एक भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री हैं. पर गोरखपुर में जातियां इस तरह गोलबंद हो रही हैं कि यहां का मुकाबला बहुत टफ हो गया है. गोरखपुर में हुए विकास कार्य और योगी आदित्यनाथ की छवि के चलते कुछ दिनों पहले तक ऐसा लग रहा था कि यहां की सीट पर बीजेपी की जीत पक्की है. पर निषाद-यादव और मुस्लिम एकता ने ऐसा रंग दिखाया है कि राजनीतिक विश्लेषकों को अब आशंका है कि कहीं 2018 का इतिहास फिर से गोरखपुर में जनता दोहरा न दे.