पूणे

स्प्राइट ने एक व्‍यस्‍त दिन बिताने के बाद ‘चिल एट होम’ का अनूठा अंदाज पेश किया, इस कैम्‍पेन में वेदांग रैना नजर आयेंगे

स्प्राइट ने एक व्‍यस्‍त दिन बिताने के बाद ‘चिल एट होम’ का अनूठा अंदाज पेश किया, इस कैम्‍पेन में वेदांग रैना नजर आयेंगे

 

विशाल समाचार नेटवर्क पुणे:  लेमन तथा लाइम के स्वाद वाले बेवरेज का जाना-माना नाम, स्प्राइट अपने नए कैम्पेन के साथ ‘चिल एट होम’ का एक अनूठा अंदाज लेकर आया है। इस कैम्‍पेन में दिनभर की थकान मिटाने की एक अनोखी तरकीब बताई गई है। टीनेजर्स की हमेशा यही कोशिश रहती है कि वे अपने हर दिन में कुछ नया अनुभव जोड़ें। पढ़ाई, एक्स्ट्राकरिकुलर गतिविधियां, लोगों की अपेक्षाएं और अपने मंजिल को पाने के बीच संतुलन बनाना काफी थका देने वाला हो सकता है। आप अपना पूरा दिन ही किसी और की उम्मीदों पर खरा उतरने और अपने आस-पास के लोगों के बनाए नियमों पर चलने में बिता देते हैं। कुछ लोग तो जब शाम को अपने घर लौटते हैं इन सबका बोझ उनके कंधों पर लदा होता है। जिंदगी की कभी ना खत्म होने वाली भागमभाग के साथ आज की पीढ़ी के लिए कुछ ऐसे पल निकालने जरूरी हैं जो बस चिल करने और तरोताजा होने के लिए हों। इसी जरूरत को समझते हुए स्प्राइट चिल करने वाले एक बेहतरीन साथी के रूप में शामिल हो रहा है। एक लंबे थका देने वाले दिन के बाद वो टीनएजर्स को एक ताजगी भरा ट्विस्ट देने की कोशिश कर रहा है।

 

 

 

वेदांग रैना अभिनीत यह कैम्पेन एक थकान भरे दिन के बाद आज की पीढ़ी को तरोताजा होने की बात कहता है। साथ ही इसमें स्प्राइट को इस पल के पसंदीदा पेय के रूप मे पेश किया गया है। स्प्राइट उन पलों में एक बेहतर विकल्प हो सकता है जब सामने मुश्किलभरे पल हों, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस कैम्पेन को विज्ञापन फिल्मों की एक सीरीज के रूप में पेश किया है, जो टीनेजर्स के दिलों को छूने वाला है। इसमें उनकी कॉलेज लाइफ, दोस्त-यारों, दोस्तों के ग्रुप, सामाजिक परेशानियों को शामिल किया गया है। इसमें लोग कभी बैग से बाहर निकल रहे हैं तो कभी रेफ्रिजरेटर से और उनकी बातचीत इस कैम्पेन के जबर्दस्‍त ह्यूमर को और भी मसालेदार बनाती है। इस कैम्पेन में 200 अनूठे मैसेज पेश करने के लिए एआई की मदद ली गई है। सही संदर्भ और सही समय को पेश करने के लिए इसमें उन पलों को शामिल किया गया है जोकि टीनेजर्स के लिए बेहद अहम हैं।

 

 

 

भारतीय सिनेमा के उभरते सुपरस्टार और जेनज़ी के आईकन, वेदांग रैना ने इस कैम्पेन को लेकर अपना उत्साह जाहिर करते हुए कहा, “स्‍प्राइट की दुनिया का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है। आज के दौर के कूल और तेजतर्रार युवाओं से मेल खाते इतने मशहूर ब्राण्ड के साथ काम करना एक बेहतरीन मौका है। मैं इस सोच से पूरी तरह सहमत हूं और हमारी जेनरेशन के लिए दिन के अंत में चिल करना बहुत जरूरी है, मेरे लिए भी। स्प्राइट का कूल और हाजिरजवाब अंदाज शोरशराबे में भी एक शांत पल लेकर आता है।“

 

 

 

इस कैम्पेन के बारे में अपनी बात रखते हुए सुमेली चटर्जी, सीनियर कैटेगरी डायरेक्टर, स्पार्कलिंग फ्लेवर्स, कोका-कोला इंडिया तथा साउथ-वेस्ट एशिया का कहना है, “हर दिन कुछ बड़ा करने और कुछ नया हासिल करने का दबाव होता है। ऐसे में दिन के अंत में हर टीनेजर को सुकून के कुछ पल चाहिए होते हैं। लेकिन अफसोस वो दिनभर के तनाव का बोझ लिए घर पहुंचते हैं। इस कैम्पेन में उसी बैग को एक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया है ताकि तरोताजा होने के महत्व को समझाया जा सके। चिल-एट-होम स्प्राइट का एक मजेदार अंदाज है। ताजगी देने वाला ये ड्रिंक थकान भरे एक दिन के बाद ताजगी की बात कहता है। वेदांग में सहज रूप से ही वो कूल अंदाज है और उनकी यही बात उन्हें आज के टीनेजर्स की पसंद बनाती है।’’

 

 

 

विश्वेश कृष्णमूर्ति,डायरेक्टर, कॉरकोइज़ फिल्म्स का कहना है, “सही मायने में आज के डिजिटल दौर में दिन कभी खत्म ही नहीं होता। हर चीज आपके फोन, बैग और आपके दिमाग के जरिए घर तक पहुंच जाती है। इससे हमें फिल्म के लिए बहुत ही अच्छा विजुअल माध्यम मिल गया। जो लोग आपको परेशान करते हैं, उन्हें बैकपैक से बाहर निकालना एक मजेदार चुनौती थी! स्प्राइट की दुनिया मजेदार चीजों से भरी हुई है जैसे- बोलता हुआ फ्रिज, बैकपैक से बाहर निकलते लोग और स्प्राइट की बोतल का कमरे में चारों ओर घूमना। ये सोच अलग हटकर और मजेदार है।“

 

 

 

रितु शारदा, चीफ क्रिएटिव ऑफिसर ऑगिल्वी इंडिया (नॉर्थ) का कहना है, “स्प्राइट ने हमेशा ही युवाओं की मन की बात को समझा है। इस फिल्म में बैगपैक के रूप में सारी झुंझलाहट को समेटा गया है जिनका सामना कॉलेज स्टूडेंट्स को करना पड़ता है। यह बताता है कि दिनभर का तनाव और बोझ लेकर कैसे वो घर पहुंचते हैं। ऐसे में स्प्राइट दिमाग को तरोताजा करने का सही तरीका लेकर आता है और सही मायने में दिन को ताजगी से भरपूर और खूबसूरत बना देता है।’’

 

 

 

स्प्राइट पूरे देश के टीनेजर्स को अपनी व्यस्त जिंदगी से थोड़ा पल निकालकर स्प्राइट के ताजे बोटल के साथ ‘चिल एट होम’ करने को कहता है। रोजमर्रा का दवाब थोड़ा-थोड़ा कर इकट्ठा होता रहता है और ऐसे में सुकून पाना और भी जरूरी हो जाता है। चाहे आप लंबे थकान भरे दिन के बाद सुस्ता रहे हों या फिर यूं ही शांति भरे पलों का मजा ले रहे हों, चटपटा, लेमन-लाइम फ्लेवर ताजगी से भर देता है। तो फिर सब भूल जाएं, सुकून से बैठें और स्प्राइट को ‘चिल एट होम’ करने में मदद करने दें।

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