पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित सीतामढ़ी जिला के अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय + 2 उच्च विद्यालय में छात्राओं के सर्वांगीण विकास के मद्देनजर की गई है मुकम्मल व्यवस्था।
विशाल समाचार संवाददाता सीतामढ़ी
पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कन्या प्लस टू आवासीय विद्यालय, सीतामढ़ी में वर्ष 2025—26 के लिए आवेदन ऑनलाइन /ऑफलाइन माध्यम से लिया जा रहा है।आवेदन देने की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2025 है ।आवेदन प्रक्रिया के बाद 3 मार्च 2025 से 8 मार्च 2025 तक प्रवेश पत्र प्रदान किया जाएगा।परीक्षा की तिथि 9 मार्च 2025 है। कक्षा का प्रारंभ 01अप्रैल 2025 से किया जाएगा।उक्त जानकारी सुश्री पूजा सिंह अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी, जिला कल्याण कार्यालय सीतामढ़ी द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि सैनिक सैनिक विद्यालय एवं नवोदय विद्यालय के तर्ज पर पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए यह सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है। उक्त आलोक में सरकार द्वारा संबंधित वर्ग के छात्राओं के शैक्षणिक विकास की दिशा में उठाया गया यह ठोस पहल है जिसके तहत उन्हें 10,850 रुपया वार्षिक आर्थिक मदद के साथ पोशाक, दवा एवं मासिक चिकित्सीय परीक्षण की सुविधा दी जाएगी।उक्त आवासीय विद्यालय में 24×7 बिजली की सुविधा के साथ जीविका द्वारा मेस का संचालन किया जाएगा।साथ ही उक्त विद्यालय में बीपीएससी द्वारा चयनित शिक्षक होंगे।छात्राओं को बिहार शैक्षणिक भ्रमण की सुविधा दी जाएगी। विद्यालय में आधुनिक प्रयोगशाला होगा तथा आईआईटी,जेईई इत्यादि के लिए करियर गाइडेंस की सुविधा उपलब्ध होगी।उन्होंने बताया कि कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त वर्ग का संचालन होगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन फॉर्म भरने में असुविधा होने पर जिला पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण शाखा में आवेदन समर्पित किया जा सकता है। बताया कि कक्षा 6th में 40 कक्षा 7th में 02 और कक्षा 9 में 40 सीट उपलब्ध है।
जानकारी दी गई कि अभी यह विद्यालय पश्चिमी चंपारण के
धमौरा में संचालित है जल्द ही यह सीतामढ़ी के मेजरगंज में शिफ्ट हो जाएगा।मालूम हो कि सीतामढ़ी के मेजरगंज प्रखंड में 5 एकड़ के रकबा में 520 क्षमता वाला अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय + 2 विद्यालय का निर्माण हो रहा है जहां पिछड़े वर्ग की छात्राओं के लिए सभी तरह की सुविधा उपलब्ध होगी।
पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की छात्राएं इसका अधिक से अधिक लाभ ले सके यह अपील सुश्री पूजा सिंह के द्वारा की गई।