पर्यावरणमध्य प्रदेश

क्रेसर तथा खदान संचालक लगायें कम से कम 100 पौधें – कलेक्टर सभी खदानों में सीमा चिन्ह तथा सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करें – कलेक्टर

क्रेसर तथा खदान संचालक लगायें कम से कम 100 पौधें – कलेक्टर
सभी खदानों में सीमा चिन्ह तथा सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करें – कलेक्टर

रीवा( मध्य प्रदेश):कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने जिले के क्रेसर तथा खदान संचालकों को वृक्षारोपण के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि सभी क्रेसर तथा खदान संचालक कम से कम 100 पौधे अनिवार्य रूप से रोपित करें। वन विभाग के सहयोग से अच्छे किस्म के पौधे रोपित करायें। इनकी सुरक्षा तथा देखभाल के लिए उचित प्रबंध करें। प्रत्येक खदान में वृक्षारोपण किया जाना अनिवार्य है। वृक्षारोपण गतिविधि के फोटोग्राफ वायुदूत एप्प में अपलोड करायें। पर्यावरण संरक्षण में सहयोग देना प्रत्येक क्रेसर संचालक की नैतिक जिम्मेदारी है।
कलेक्टर ने कहा कि उत्खनन के पट्टे तथा लीज जारी करते समय उसमे पर्यावरण संरक्षण की शर्तों का स्पष्ट उल्लेख किया जाता है। इनका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें। खदान से निकाली गयी मिट्टी को समतल करके उसमें भी वृक्षारोपण करायें। भूमि हरी-भरी रहेगी तभी हम सबको आक्सीजन मिल सकेगी। वृक्ष आक्सीजन बनाने के प्राकृतिक कारखानें हैं। पर्यावरण के संरक्षण तथा मानव जाति की सुरक्षा के लिए वृक्षारोपण करना अनिवार्य है। जिला खनिज अधिकारी तथा जिला समन्वयक जन अभियान परिषद मिलकर वृक्षारोपण की कार्ययोजना तैयार करें। इसके अनुसार सभी क्रेसर तथा खदान संचालकों से वृक्षारोपण करायें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी स्वीकृत खदानों में चारों तरफ सीमा चिन्ह अनिवार्य रूप से लगाये। खदानों में उत्खनन के समय सुरक्षा के उचित प्रबंध करें। निर्धारित एरिया से बाहर उत्खनन करने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। निर्धारित रायल्टी हर माह अदा करें। वास्तविक पिटपास से ही खनिज पदार्थों का परिवहन करें। अवैध परिवहन करते पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक में जिला खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित ने खदानों में पर्यावरण संरक्षण के लिए किये गये उपायों की जानकारी दी। बैठक में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक प्रवीण पाठक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अशोक तिवारी तथा बड़ी संख्या में क्रेसर एवं खदान संचालक उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button