डेंगू नियंत्रण महाअभियान 15 सितम्बर से चलाया जायेगा
रीवा (MP): कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि डेंगू पर नियंत्रण के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 15 सितम्बर से डेंगू नियंत्रण महाअभियान प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु प्रारंभ होने के उपरांत प्रदेश में वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया का संक्रमण काल प्रारंभ हो चुका है। वेक्टर जनित रोगों से बचाव एवं नियंत्रण आमजन के सहयोग से ही किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्षाकाल के प्रारंभ होते ही अनेक स्थानों पर जल जमाव प्रारंभ होने के कारण घरों में छोटे कंटेनर, टंकियों इत्यादि में एक सप्ताह से अधिक जल संग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण डेंगू एवं चिकनगुनिया रोग फैलाने वाले एडीज मच्छर का प्रजनन शुरू हो जाता है तथा नियमित साफ-सफाई न होने के कारण इन मच्छरों के लार्वा उत्पत्ति के रुाोत बन जाते हैं। जिसके कारण माह अगस्त से अक्टूबर तक इन बीमारियों का प्रकोप अधिक रहता है। उन्होंने बताया कि 15 सितम्बर से डेंगू नियंत्रण हेतु जन अभियान प्रारंभ किया जायेगा। 15 सितम्बर को मुख्यमंत्री जी भोपाल में प्रात: 10 बजे अभियान का शुभांरभ करेंगे।
कलेक्टर ने बताया कि डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण गतिविधियों तथा आमजनों को डेंगू रोग के प्रति जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार गतिविधि चलायी जायेंगी। प्रत्येक घर में लार्वा सर्वे, स्पेस स्प्रे, फागिंग एवं जल जमाव हटाने हेतु दल गठित किये जायेंगे। इन दलों में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायतकर्मी, बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नॉन मेडिकल असिस्टेंट मलेरिया निरीक्षक, व्हीबीडी टेक्निकल सुपरवाइजर इत्यादि मैदानी कार्यकर्ताओं के दल गठित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव के लिये आवश्यक है कि एक सप्ताह से अधिक समय तक किसी भी स्थान में जल जमा न हो (कूलर, टंकी, गमले, फूलदान, पुराना टायर, बेकार डब्बे, सकोरे, खाली प्लाट गड्ढों की सफाई की जाये)। लार्वा नियंत्रण हेतु टेमीफोस 50 प्रतिशत का घोल, बीटीआई पाउडर, बीटीआई लिक्विड जैसे रसायन का उपयोग किया जाये। प्रभावित क्षेत्रों में रसायन साइफेनोथ्रिन 5 प्रतिशत के द्वारा आउटडोर फॉगिंग की जाये। कीटनाशक पायरेथर्म दो प्रतिशत द्वारा डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास 400 मीटर के क्षेत्र में स्थित घरों में स्पेस स्प्रे करें।
कलेक्टर ने कहा कि डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के लिये आमजन पूरी बांह के कपड़े पहनें। बुखार प्रभावित रोगियों को एलएलआईएल, बेड नेट का उपयोग करें। बुखार के रोगी को 24 घंटों के अंदर जांच एवं उपचार प्रारंभ किया जाये। आयुष्मान भारत निरामय योजना से संबद्ध अस्पतालों में डेंगू के रोगियों का नि:शुल्क उपचार सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर से प्रारंभ होने वाले डेंगू नियंत्रण अभियान को सफल बनायें।