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यू.एस.चार्ज डी’अफ़ेयर्स पेट्रीशिया लसीना,यू.एस.कौंसुल जनरल माइक हैनकी,और एच.एच.एस. हैल्थ अटैच ने अमरीका-भारत के स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे सहयोग का जश्न मनाने के लिए पुणे में एस.आई.आई. का दौरा किया

यू.एस.चार्ज डी’अफ़ेयर्स पेट्रीशिया लसीना,यू.एस.कौंसुल जनरल माइक हैनकी,और एच.एच.एस. हैल्थ अटैच ने अमरीका-भारत के स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे सहयोग का जश्न मनाने के लिए पुणे में एस.आई.आई. का दौरा किया

यह महत्वपूर्ण आयोजन अमरीका-भारत की द्विपक्षीय साझेदारी के 75 वर्षों पर आधारित रहा और एस.आई.आई. द्वारा यू.एस.एफ.डी.ए.-अधिकृत, भारत में निर्मित कोविड-19 के टीके, नुवाक्सोविड का जश्न मना गया।
यू.एस. मिशन चार्ज डी’अफेयर्स पेट्रीशिया लसीना, मुंबई में यू.एस. कौंसुल जनरल माइक हैनकी, श्री स्टेनली सी. एर्क, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नोवावैक्स इंक, और डॉ. प्रीता राजारमन, एच.एच.एस. हैल्थ अटैच ने एस.आई.आई. की निर्माण सुविधा का दौरा किया और डॉ. साइरस पूनावाला, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एस.आई.आई., और श्री अडार पूनावाला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एस.आई.आई. से मुलाकात की।

पुणे/भारत: अमेरिका-भारत के द्विपक्षीय संबंधों के 75 वर्षों और स्वास्थ्य समस्याओं पर अपने सहयोग पर प्रकाश डालते हुए, मुंबई में यू.एस. मिशन चार्ज डी’अफेयर्स पेट्रीशिया लसीना, मुंबई में यू.एस. कौंसुल जनरल माइक हैनकी, डॉ. प्रीता राजारमन, एच.एच.एस. हैल्थ अटैच, और एफ.डी.ए. कंट्री डायरेक्टर डॉ सारा मैकमुलेन ने पुणे में दुनिया की सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता कंपनी (मात्रा के अनुसार) सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. साइरस पूनावाला, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एस.आई.आई.; श्री अडार पूनावाला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एस.आई.आई.; और श्री स्टेनली सी. एर्क, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नोवावैक्स इंक से मुलाकात की।
महामारी के दौरान विश्व के प्रति भारत के सहयोग और प्रतिबद्धता का सम्मान करनेवाले, इस आयोजन में दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे संबंधों का जश्न मनाया गया। यू.एस. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यू.एस. एफ.डी.ए.) द्वारा हाल ही में नोवावैक्स के नुवाक्सोविड वैक्सीन को अधिकृत किए जाने के साथ, एस.आई.आई. अमरीका के टीका बाज़ार तक
पहुँचने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है।
नोवावैक्स वैक्सीन की लगभग 3.5 मिलियन एस.आई.आई. द्वारा उत्पादित खुराक पहले ही अमेरिका को भेजी जा चुकी है।
प्रतिनिधियों ने कोविड-19 महामारी और विश्व की अन्य स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को संबोधित करने में अमेरिका-भारत के सहयोग द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने वैक्सीन विकास और निर्माण पर अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स और भारत के सीरम इंस्टीट्यूट के बीच साझेदारी का अभिनंदन किया और इस बात की सराहना की कि कैसे इस गठबंधन ने सुरक्षित, प्रभावी और सस्ते कोविड-19 टीकों तक विश्वस्तरीय पहुँच को बढ़ाया है।
यू.एस. मिशन चार्ज डी’अफेयर्स पेट्रीशिया लसीना ने बताया, “अमेरिका और भारत के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे संबंधों का दोनों देशों और विश्वस्तर पर लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। इस समय की चुनौतियों से निपटने के लिए यह साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच सार्वजनिक-निजी आर्थिक साझेदारी अपने लोगों के स्वास्थ्य और समृद्धि को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुझे पुणे में आकर और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है, जिसने महामारी के दौरान दुनिया भर में लोगों की जान बचाने में मदद की है।”
एस.आई.आई. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अडार पूनावाला ने कहा, “अमेरिका और भारत बहुत लंबे समय तक घनिष्ठ सहयोगी रहे हैं। साथ मिलकर, उन्होंने अनेकों उपलब्धियाँ हासिल की हैं जिनसे लोगों और दुनिया को बड़े पैमाने पर लाभ हुआ है। विश्वस्तरीय टीकाकरण और महामारी से राहत पर दोनों देशों के बीच बहुत अच्छा सहयोग प्रेरणादायक रहा है। और विकास की गति को तेज़ बनाए रखने के लिए, हम पूरी निष्ठा से अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।”
श्री स्टेनली सी. अर्क, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नोवावैक्स इंक. यू.एस.ए. ने बताया, “भारत ने इस विनाशकारी महामारी के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैसा कि यह दुनिया में सबसे तेज़ी से विकसित होती हुई एक बड़ी अर्थव्यवस्था के तौर पर उभरकर सामने आ रहा है, इसका सभी क्षेत्रों में एक शक्तिशाली प्रभाव बना रहेगा। अमेरिका-भारत संबंध पहले से भी अधिक मज़बूत हैं और इन दोनों देशों के सिद्धांत और उद्देश्य एक ही दिशा में काम करते हैं। नोवावैक्स और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, हर स्थान पर लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हमारी संयुक्त लगन, सरलता और विशेषज्ञता का लाभ उठाने के लिए इन साझेदारियों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एस.आई.आई. और नोवावैक्स, नोवावैक्स के टीके के विकास और उत्पादन में प्रमुख सहयोगी हैं, जिसे नोवावैक्स के द्वारा नुवैक्सोविड™ के रूप में और एस.आई.आई. के द्वारा कोवोवैक्स™ के रूप में पुणे में इसकी सुविधा से बाज़ार में बेचा जाता है। यह वैक्सीन यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अमरीका जैसे अत्यधिक विनियमित बाज़ारों और दुनिया भर के कई अन्य देशों में निर्यात की जा रही है।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के बारे में

कम कीमत वाले टीकों के परोपकारी सिद्धांत पर आधारित, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड विश्व स्तर पर उत्पादित की जाने वाली और बेची जाने वाली खुराकों की संख्या (1.5 बिलियन से अधिक खुराक) के अनुसार विश्व की सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता कंपनी है जो 170 देशों को दुनिया के सबसे कम कीमत वाले और डब्ल्यू. एच.ओ. द्वारा मान्यता प्राप्त टीकों की आपूर्ति करती है। इसकी स्थापना 1966 में विश्वभर में टीकों समेत जीवन रक्षक इम्यूनोबायोलॉजिकल दवाओं का उत्पादन करने के उद्देश्य से की गई थी। वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक तटस्थ प्रतिबद्धता के साथ, डिप्थीरिया, टेटनस, पर्टुसिस, एच.आई.बी, बी.सी.जी., आर-हेपेटाइटिस बी, खसरा, गलसुआ और रूबेला के टीकों जैसे नए टीकों की कीमतों को कम करके इस संस्थान के उद्देश्य को आगे बढ़ाया गया है। एस.आई.आई. को मंजरी, पुणे में अपनी अत्याधुनिक सुसज्जित बहुउद्देशीय उत्पादन सुविधा के माध्यम से भारत में विश्वस्तर की तकनीक लाने और सरकारी एजेंसियों के माध्यम से आपातकालीन चिकित्सा और महत्वपूर्ण देखभाल को परिवर्तित करने के साथ-साथ कोविड-19 महामारी के विरुद्ध टीके के विकास के अभियान का नेतृत्व करने का श्रेय है.

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