एमआईटी डब्ल्यूपीयू के स्कूल ऑफ मीडिया कम्युनिकेशन द्वारा ‘पांचवां राष्ट्रीय मीडिया एवं पत्रकारिता सम्मेलन’
पुणे : एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन के जरिए 5वां राष्ट्रीय मीडिया और पत्रकारिता सम्मेलन 18 से 19 अक्टूबर को पुणे के कोथरुड .स्थित एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में आयोजित किया जा रहा है. यह सम्मेलन मीडिया के उभरते परिदृश्य, पत्रकारिता पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभाव और पत्रकार कैसे सामाजिक विभाजन को पाट सकते हैं और एकता को बढ़ावा दे सकते हैं इस पर ध्यान केंद्रित करेगा.
पुणे यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स,मुंबई प्रेस क्लब,आर.के.लक्ष्मण संग्रहालय और नई दिल्ली फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब ऑफ साउथ एशिया के सहयोग से यह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
सम्मेलन का उद्घाटन 18 अक्टूबर की सुबह 10 बजे और समापन 19 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे होगा.
कार्यक्रम की अध्यक्षता एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड निभायेंगे. यह सम्मेलन एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल विश्वनाथ कराड की अवधारणा और नेतृत्व में हाोने जा रहा है.
इस वर्ष पत्रकारिता में संवाद, समावेशिता और शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एमआईटी डब्ल्यूपीयू की ओर से फ्रीलांसर तोरा अग्रवाल, सफीना नबी और लल्लनटॉप के पत्रकार सोनल पटेरिया को शांति के लिए पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. पुरस्कार विजेताओं को 50,000 रुपये,स्मृति चिन्ह और एक प्रमाण पत्र से सम्मानित करेंगे.
इस तीन दिवसीय मीडिया एवं प्रेस कॉन्फ्रेंस में छह सत्र आयोजित किए है
1: मीडिया और लोकतंत्र:अशांत समकालीन दुनिया में मीडिया और लोकतंत्र के बीच सहजीवी संबंध पर विभिन्न दृष्टिकोणों को संबोधित करेंगे.
2: मुख्यधारा से मार्जिन: एक बदलता मीडिया परिदृश्य विकसित होगा जहां मौजूदा मीडिया प्रथाओं को हाशिये पर धकेला जा रहा है और उद्योगों को नई मीडिया प्रथाओं की ओर देखने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
3: यूथ टू यूथ: मीडिया विद्वान मीडिया छात्रों के लिए वर्तमान करियर संभावनाओं और अवसरों पर चर्चा करेंगे.
4: भारत में मीडिया शिक्षा: शिक्षा और उद्योग दोनों के प्रतिष्ठित व्यक्ति देश भर में मीडिया प्रशिक्षण संस्थानों और ज्ञान सृजन केंद्रों के सामने आने वाली नई चुनौतियों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे.
5: समावेशिता और मीडिया: समकालीन भारतीय मीडिया की समावेशी विशेषताओं का गहन विश्लेषण होगा और मीडिया में प्रतिनिधित्व और पूर्वाग्रह के मुद्दों पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की जाएगी.
6: एआई और मीडिया: समाचार बनाने वाले मीडिया में एआई के आक्रमण से संबंधित मुद्दों पर गंभीरता से विचार करेंगे और यह जानकारी देंगे कि मीडिया उद्योग अपनी संभावनाओं को कैसे अपना सकता है और इसके नुकसान के बारे में जागरूक हो सकता है.
इसके अलावा यूथ टू यूथ सेशन आयोजित किए जाएंगे.
इसमें द वायर के संस्थापक संपादक एम.के.वेणु, टाइम्स नेटवर्क के प्रबंध संपादक निकुंज गर्ग, फिल्म निर्देशक अभिजीत पानसे, मलयालम फिल्म अभिनेता सूरज कोलास्सेरी, ट्रांस एक्टिविस्ट कल्कि सुब्रमण्यम, ब्लॉकचेन विशेषज्ञ राज आदित्य कपूर, पत्रकार आशीष खेतान, सीएनएन संपादक प्रियम गांधी मोदी, प्रसिद्ध गायक गणेश चंदनशिव, रिलायंस एनीमेशन के सीईओ आशीष कुलकर्णी, एनडीटीवी के वरिष्ठ संपादक हिमांशु शेखर मिश्रा, मिरर नाउ के सलाहकार संपादक सहारा जमान, इंडियन एक्सप्रेस की स्थानीय संपादक सुनंदा मेहता, पुढारी न्यूज टीवी के राष्ट्रीय समाचार संपादक प्रसन्ना जोशी, अभिनेता ध्रुव सहगल, प्रो. उज्ज्वला बर्वे, प्रो. टीटी श्रीकुमार, पत्रकार विनीता देशमुख और पीटीआई के पूर्व संपादक राजेश महापात्र मौजूद रहेंगे.
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर के पत्रकार एवं पत्रकारिता छात्र भाग लेंगे. इस सम्मेलन को यथासंभव सफल बनाने के लिए मुख्य आयोजकों ने मीडिया एवं पत्रकारिता विशेषज्ञों से अपील की है कि वे अपनी मौलिक भागीदारी दर्ज कराकर सम्मेलन के आयोजन के रचनात्मक उद्देश्य को प्राप्त करें.