इंश्योरेंस देखो ने लॉन्च किया ‘स्वरा-शी विल राइज़ अगेन’ प्रोग्राम; महिलाओं को वर्कफोर्स में लौटने में करेगा मदद
पुणे: भारत के प्रमुख इंश्योरटेक ब्राण्ड इंश्योरेंसदेखो ने हाल ही में एक नई पहल ‘स्वरा-शी विल राइज़ अगेन’ शुरू की है। यह पहल महिलाओं को अपने कॅरियर ब्रेक से वापसी करने पर फोकस करती है। इंश्योरेंसदेखो का मुख्यालय गुरुग्राम में है। इस कंपनी ने जानी-मानी हस्ती मैरी कॉम को कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए आमंत्रित किया। इस पहल का मकसद कॅरियर से कम से कम एक साल का ब्रेक लेने वाली महिलाओं को वर्कफोर्स में लौटने के लिए प्रेरित करना है। यह उन महिलाओं को समान अवसर, अधिकार और पारिश्रमिक उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य कर रहा है। साथ ही इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि वर्कप्लेस पर उनके साथ उचित व्यवहार किया जाए और उन्हें सही पहचान मिल सके। बॉक्सिंग के अपने सफर में कॅरियर से ब्रेक लेकर वापसी करने वाली, मैरी कॉम इसका सटीक उदाहरण हैं।
काम पर वापसी करने वाली महिलाओं को समान वेतन और अवसर मुहैया करने के क्रम में इंश्योरेंसदेखो उन्हें ट्रेनिंग की भी पेशकश करेगा। इससे उनके पूर्वाग्रहों को तोड़ने, आत्मविश्वास पैदा करने और अपनी काबिलियत दोबारा साबित करने में मदद मिलेगी। साथ ही कॉरपोरेट जगत के बारे में आत्मविश्वास के साथ जानने के लिए तैयार करेगी। ‘स्वरा’ शब्द का अर्थ है, वह फिर खड़ी होगी और यह महिलाओं को काम वापसी के सफर में मदद करने की ब्राण्ड की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महिलाओं को सशक्त बनाने में उनकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के तहत, इंश्योरेंसदेखो हर साल ही इस पहल का आयोजन करना चाहता है। साथ ही 2030 तक महिलाओं को अपने कॅरियर ब्रेक के दूसरे पड़ाव में कम से कम 10,000 महिलाओं को नियुक्त करने और उन्हें प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
भारत निर्माण के इस मिशन में, इंश्योरेंसदेखो भारत के 98% पिन कोड में उपलब्ध है और हर मिनट 10 लोगों को बीमित कर रहा है। अब, स्वरा के माध्यम से यह कंपनी देशभर में असाधारण रूप से प्रतिभाशाली महिलाओं के सहयोगी के रूप में अपनी व्यापक पहुंच का लाभ उठाएगी, उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता का एहसास कराएगी। वहीं, वह आगे 99% भारतीय पिन कोड का विस्तार करने के लक्ष्य को भी आगे बढ़ाने का काम करेगी।
यह पहल, महिला दिवस की 2024 की अंतरराष्ट्रीय थीम ‘इन्वेस्ट इन वुमन’ के अनुरूप है। कॅरियर से ब्रेक लेने वाली महिलाओं के रास्ते की बाधाओं को दूर करते हुए, इंश्योरेंसदेखो उनके व्यावसायिक विकास में निवेश कर रहा है। साथ ही जेंडर इक्वैलिटी (लैंगिक समानता) तथा सशक्तिकरण की दिशा में भी अपना योगदान दे रहा है।
दिव्या मोहन, सीएचआरओ, इंश्योरेंस देखो का कहना है, “हमने अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाओं से बात की, जिन्होंने कॅरियर ब्रेक के बाद दोबारा काम शुरू करने के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। पारिवारिक जिम्मेदारियों से लेकर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कई कारणों से काम छोड़ने के बाद, उन्हें यह भय रहता है कि वे कॉरपोरेट जगत में वह स्थान हासिल नहीं कर पाएंगी, जैसे ब्रेक के पहले था। ‘स्वरा’ का सबसे पहला लक्ष्य उनके मनोविज्ञान पर ध्यान देना है और उनके अंदर वो आत्मविश्वास जगाना है कि वे इस कॉरपोरेट जगत में ज्यादा प्रभावी रूप से काम कर सकती हैं।“
अंकित अग्रवाल, सीईओ एवं फाउंडर, इंश्योरेंसदेखो का कहना है, “मैं उन महिलाओं की बहुत इज्जत करता हूं, जो आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में आगे बढ़ने को लेकर दृढ़निश्चयी हैं। हमारी टीम में कई ऐसी महिलाएं हैं जोकि मां, पत्नी और बेटियों की भूमिका निभा रही हैं- ये सारी ही महिलाएं बेहद प्रतिभाशाली हैं। इंश्योरेंस देखो में हम अपनी महिला प्रोफेशनल्स को उनके कॅरियर की सबसे अच्छी ग्रोथ देते हैं। ‘स्वरा’ के साथ हमारा ध्यान सिर्फ कॅरियर गैप वाली महिलाओं को नियुक्त करना ही नहीं है, बल्कि उन्हें सही तरीके से ट्रेनिंग देना भी है, ताकि वे ज्यादा सहजता से कॉरपोरेट की सीढ़ियां चढ़ पाएं।’’