महाराष्ट्र में भाजपा ने अब तक 7 सांसदों को किया पैदल, आखिर क्यों रणनीति बदलने पर मजबूर है पार्टी?
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में भाजपा ने चुनावी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. पार्टी ने अब तक राज्य के सात सांसदों का टिकट काट दिया है. उसने दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन तक का भी टिकट काट दिया. उत्तर मध्य मुंबई सीट से पूनम का टिकट काटकर वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को मैदान में उतारा गया है.
सियासी रूप से देश के दूसरे सबसे बड़े सूब महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव 2024 बेहद रोचक दौर में पहुंच गया है. यहां की कुल 48 संसदीय सीटों पर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और दूसरी तरफ कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव गुट) के नेतृत्व वाले महाविकास अघाड़ी के बीच सीधी टक्कर है. बीते 2019 के लोकसभा चुनाव से इस बार का चुनाव बिल्कुल ही नई परिस्थिति में हो रहा है. यहां दोनों प्रमुख क्षेत्रीय दल शिवसेना और एनसीपी दोफाड़ हो चुकी है. दोनों का प्रमुख धड़ा इस वक्त भाजपा के साथ है और राज्य की सरकार में भागीदार है. इसके बावजूद यहां की सीटों पर लड़ाई आसानी नहीं होने की रिपोर्ट आ रही है.
इसी क्रम में भाजपा ने भी इस बार के चुनाव में अपनी रणनीति बदल दी है. 2019 में पार्टी के 23 सांसद जीते थे. उस वक्त शिवसेना और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था. लेकिन, इस बार भाजपा बेहद फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है. पार्टी ने अब तक राज्य में सात सांसदों का टिकट काटा है.
मुंबई में तीनों मौजूदा सांसदों के टिकट कटे
एक दिन पहले पार्टी ने पूनम महाजन का टिकट काटकर उत्तर मध्य मुंबई से वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम की उम्मीदवारी की घोषणा की. शनिवार को भाजपा की ओर से जारी सूची में उज्ज्वल निकम के नाम की घोषणा की गई. पूनम महाजन यहां की मौजूदा सांसद हैं. लेकिन उन्हें बाहर कर उज्जवल निकम को उम्मीदवार बनाया जा रहा है. पूनम महाजन भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी हैं. भाजपा में वाजपेयी-आडवाणी के दौर में प्रमोद महाजन की गिनती शीर्ष नेताओं में होती थी. लेकिन, उनके छोटे भाई ने ही उनकी हत्या कर दी थी.