मुख्यमंत्री श्री MYogiAdityanath जी महाराज ने आज माननीय कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद जी की उपस्थिति में मत्स्यजीवी सहकारी संघों के पदाधिकारियों के एक शिष्टमंडल से भेंट की एवं विभागीय योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में एक बड़ी आबादी की आजीविका पारंपरिक रूप से मत्स्य पालन पर आधारित रही है। ऐसे में तालाबों/पोखरों आदि जलाशयों का पट्टा आवंटन करते समय, इस समुदाय के स्थानीय लोगों को वरियता दी जाए। शुचिता और पारदर्शिता के लिए मत्स्य पालन के नियमों का सरलीकरण किया जाए, पट्टा आवंटन की प्रक्रिया ऑनलाइन करने हेतु विभाग द्वारा पोर्टल तैयार किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि तालाब/पोखरों आदि जलाशयों के पट्टा आवंटन के लिए अभियान चलाया जाए, पट्टे से प्राप्त धनराशि संबंधित ग्राम पंचायत के आय संवर्द्धन का माध्यम भी बनेंगी। मत्स्य सेक्टर के विकास के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का व्यापक प्रचार प्रसार मत्स्य विभाग, मत्स्य सहकारी समितियों तथा मत्स्य बीज विकास निगम द्वारा सेमिनार, गोष्ठी, परिचर्चा आदि के माध्यम से किया जाए।