
पीओके जैसी तुलना: कांग्रेस नहीं, बल्कि ‘भ्रष्टाचार से व्याप्त भाजपा’ – कांग्रेस का करारा जवाब
पुणे: डीएस तोमर
एक ओर ‘वायुसेना प्रमुख’ के बयान से रक्षा मंत्रालय की सच्चाई सामने आने के बाद सत्ता पक्ष की पोल खुल गई है। राहुल गांधी द्वारा देशहित में पूछे गए सवाल सही साबित हुए हैं, जिससे उनकी भूमिका एक जागरूक और समझदार विपक्षी नेता के रूप में स्थापित हुई है और देशभर में उनकी सराहना हो रही है। इसी वजह से भाजपा नेता बौखलाए हुए नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा देश के विपक्षी नेताओं पर की गई अशोभनीय और अतार्किक टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हुए कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने कहा है कि फडणवीस अपनी बौद्धिक दिवालियापन और मानसिक विकृति का ही प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यदि फडणवीस को पीओके जैसी तुलना करनी ही है, तो वह कांग्रेस नहीं, बल्कि भाजपा के साथ ही बेहतर ढंग से हो सकती है। ‘पार्टी विद डिफरेंस’ कहलाने वाली भाजपा ने भ्रष्टाचार मुक्त देश का दावा किया था, लेकिन पिछले 11 वर्षों में एक भी भ्रष्टाचारी नेता पर मुकदमा चलाकर उसे जेल नहीं भेजा है। इसके उलट, भाजपा ने ‘भ्रष्टाचार व्याप्त या कांग्रेस व्याप्त भाजपा’ बनाकर, अनायास ही कांग्रेस और अन्य दलों को स्वच्छ करने का काम किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश के “रक्षा या गृह मंत्रालय” की जिम्मेदारी संभालने वाले भाजपा नेता देश और राज्य की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों या अपने संवैधानिक उत्तरदायित्व पर एक शब्द नहीं बोलते, न ही वे राजधर्म का पालन करते हैं। वे जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों पर ही अशोभनीय आरोप लगाने में व्यस्त हैं, जिससे उनका राजनीतिक अपरिपक्वता और गैर-जिम्मेदाराना रवैया उजागर होता है।
उन्होंने कहा कि देश के विपक्षी नेताओं या राष्ट्रीय मुद्दों पर अनर्गल बयानबाजी करने के बजाय, मुख्यमंत्री को अपनी जिम्मेदारी के तहत राज्य के संकटग्रस्त किसानों की मदद, एमएमआरडीए के हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार की जांच, कानून-व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। साथ ही बीड, परभणी, बदलापुर, पुणे जिलों में हत्या के मामलों की जांच में तेजी लानी चाहिए, धुले के मंत्री के निजी सहायक के कमरे में मिली 1.5 करोड़ की रकम पर जवाब देना चाहिए, पोर्शे कार मामले, बढ़ते ड्रग्स और साइबर अपराधों पर भी ध्यान देना चाहिए। राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के नाते, उन्हें जनता के प्रति अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और अपेक्षित राजधर्म निभाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने अपने प्रेस बयान के माध्यम से मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि विपक्ष राष्ट्रीय मुद्दों और जनहित के सवालों पर सरकार को जवाबदेह ठहराता रहेगा और जनता के हक की आवाज उठाता रहेगा।