आपको जो साहित्य अच्छा लगे उसे पढ़ें, पढ़ने से आपको जीवन कौशल का ज्ञान होगा
जावेद अख्तर की सलाह; एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी के छात्रों के साथ बातचीत
पुणे: प्रौद्योगिकी के युग में, युवा अच्छे साहित्य पढ़ने कोसो दूर जा रहा है. छात्रों को साहित्य पढ़ने के लिए युनिवर्सिटीयों ने प्रोत्साहित करना जरूरी है. खासकर नाटक, संगीत, कला, पत्रकारिता का अध्ययन करने वाले छात्रों को पठन कौशल विकसित करना चाहिए. छात्र जो भी साहित्य पसंद करें उसे पढ़ें, तभी उन्हें जीवन कौशल के बारे में अनुभव और शिक्षा मिलेगी, ऐसी सलाह प्रसिद्ध कवि, गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने दी.
एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के एमआईटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन और एमआईटी आईएसबीजे द्वारा में आयोजित छात्र संवाद सेमिनार में बोल रहे थे. इस समये प्रसिद्ध निदेशक जब्बार पटेल, एमआईटी एडीटी युनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष और कुलपति प्रा. डॉ. मंगेश कराड, प्रा. अमित त्यागी, प्रा. कृष्णमूर्ति ठाकुर, डॉ. नचिकेत ठाकुर के साथ शिक्षक और छात्र उपस्थित थे.
जावेद अख्तर ने कहा, “मुझे हमेशा छात्रों के साथ बातचीत करना अच्छा लगता है. उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है, खासकर उनके सवाल मुझे कल्पना करने में मदद करते हैं. कला, साहित्य और अन्य सभी क्षेत्रों में सफलता के लिए पढ़ना महत्वपूर्ण है, लेकिन वर्तमान युवा पीढ़ी पढ़ने की उपेक्षा कर रही है. साहित्य पढ़ने से छात्रों को अपनी राय विकसित करने में मदद मिलेगी. छात्रों के लिए पढ़ने के प्रति उनके प्राकृतिक झुकाव को बढ़ाने के लिए हल्की साहित्य सामग्री से शुरुआत करना एक अच्छा विचार है. यह आपकी शब्दावली को बढ़ाने में मदद करेगा. शब्द दोस्ती की तरह होते हैं और हमें उन्हें संजोना चाहिए. इस बीच, लेखक जावेद अख्तर ने छात्रों के साथ बॉलीवुड में अपनी यात्रा के अपने अनुभव साझा किए.
प्रा. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि प्रसिद्ध कवि, गीतकार और पटकथा लेखक श्री. जावेद अख्तर हमारी फिल्म और टेलीविजन और पत्रकारिता के छात्रों को उनके जीवन के अनुभवों से सीखने का मौका दिया यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है. हम अपने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करते हैं. इससे छात्रों को विभिन्न कौशल सीखने में मदद मिलती है.