विदेशी शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति लाभार्थियों की संख्या 200 तक बढ़ाए
युवक कांग्रेस प्रदेश महासचिव प्रथमेश आबनावे की मांग; छात्रवृत्ति का तत्काल वितरण नहीं होने पर आंदोलन करने का इशारा
पुणे: अनुसूचित जाति के बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति तुरंत वितरित की जाए और छात्रवृत्तिलाभार्थियों की संख्या 75 से बढ़ाकर 200 की जाए, ऐसी मांग महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के महासचिव प्रथमेश आबनावे ने की. छात्रों को प्रवेश और वीजा प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा गंभीर आंदोलन किया जाएगा, ऐसा इशारा भी उन्होंने दिया.
आबनावे ने, राज्य के समाज कल्याण आयुक्त डॉ. प्रशांत नारनवरे से मुलाकात की और इस पर विस्तार से चर्चा की। इस मांग का निवेदन भी दिया। छात्रों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए उक्त प्रक्रिया को निर्धारित अवधि के भीतर पूरा किया जाना चाहिए और अग्रिम खर्च (एडवांस) जो योजना का हिस्सा हैं, हवाई किराया भी प्राप्त किया जाना चाहिए, ऐसा निवेदन में कहा गया है। इस पर उन्होंने ज्वाइंट कमिश्नर भारत केंद्रे और अन्य अधिकारियों से भी चर्चा की।
प्रथमेश अबनावे ने कहा, “छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति नहीं मिलने पर उन्हें प्रवेश में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक प्रकार से यह शिक्षा की संधि को नकारणे का प्रकार है। इस प्रक्रिया को और अधिक गतिशील बनाने के साथ-साथ जनता तक पहुँचने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग करके जागरूकता पैदा की जानी चाहिए। इसमेसे जटिल शर्त को हटाकर इसे सरल और पारदर्शी बनाया जाना चाहिए। यह मांग छात्रों एवं अभिभावकों को उचित मार्गदर्शन एवं संचार उपलब्ध कराने, ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से आवेदन मांगे जाने तथा इस संबंध में ऑनलाइन पद्धति की सुविधा प्रदान करने के संबंध में मांग की गई।”
आयुक्त नाइकनवारे ने इस निवेदन पर अधिकारियों से चर्चा कर इसका तत्काल समाधान निकालने का निर्देश दिया। आयुक्त ने समय पर छात्रवृत्ति वितरण के साथ ही संख्या बढ़ाने के बारे में सकारात्मक सोचने का वादा किया है ऐसा आबनावे ने बताया.