अवार्डपूणे

कोका-कोला इंडिया ने इंडियन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम 2024 में सर्कुलर इकोनॉमी पहलों के लिए पुरस्कार जीता

कोका-कोला इंडिया ने इंडियन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम 2024 में सर्कुलर इकोनॉमी पहलों के लिए पुरस्कार जीता

 

 

 

~

 

 

 

पुणे :  कोका-कोला इंडिया को 12 जुलाई को आयोजित इंडियन सर्कुलर इकोनॉमी फोरम 2024 में अपनी सर्कुलर इकोनॉमी पहलों के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार सस्टेनेबल पैकेजिंग में कोका-कोला इंडिया के नये नजरिये को दर्शाता है। इससे कोका-कोला इंडिया के पर्यावरण-अनुकूल पैकेजिंग नवाचारों को और विशेष रूप से भारत के पेय क्षेत्र में पहली बार पेश इसकी 100% रिसाइकल्‍ड पीईटी बोतलों के लॉन्‍च को मान्यता मिली है। यह पहल कोका-कोला इंडिया के वर्ल्ड विदाउट वेस्ट कैम्‍पेन की एक प्रमुख आधारशिला है, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक पैकेजिंग के लिए सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देना है।

दिल्ली के इंडियन हैबिटैट सेंटर में आयोजित इस फोरम को श्रीमती रुपिंदर बरार, अतिरिक्त सचिव, कोयला मंत्रालय; श्रीमती रूपा मिश्रा, संयुक्त सचिव, आवास और शहरी मामले मंत्रालय (MoHUA); श्री दिनेश जगदाले, संयुक्त सचिव, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE); और श्री माइकल बुकी, काउंसलर और प्रमुख – सस्‍टेनेबल मॉडर्नाइजेशन, यूरोपीय संघ प्रतिनिधिमंडल जैसे उल्लेखनीय वक्ताओं ने संबोधित किया।

 

इस उपलब्धि के बारे में कोका-कोला कंपनी के सीनियर डायरेक्टर, टेक्निकल और सप्लाई चेन सस्‍टेनेबिलिटी – भारत और दक्षिण पश्चिम एशिया ने कहा कि, “हम इस पुरस्कार को प्राप्त करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हमारी पैकेजिंग के लिए सर्कुलर इकोनॉमी को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता अपशिष्ट और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। हम अपनी पैकेजिंग में रिसाइकल्‍ड सामग्री की मात्रा बढ़ाने, दोबारा भरने योग्य बोतलों के उपयोग का विस्तार करने और वर्ल्ड विदाउट वेस्ट पहल के माध्यम से अपने रीसाइक्लिंग प्रयासों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह सम्‍मान हमारे संकल्प को मजबूत करता है कि हम पेय उद्योग के लिए एक अधिक स्थायी भविष्य का निर्माण करें।”

 

कोका-कोला इंडिया भारत में 100% रिसाइकल्‍ड पीईटी (आरपीईटी) से बनी 1 लीटर किनले बोतलें लॉन्च करने वाली पहली कंपनी है। इसके बाद 250 एमएल और 750 एमएल की आरपीईटी कोका-कोला बोतलें भी लॉन्च की गईं। यह कंपनी के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देने पर केंद्रित होने का एक और ठोस प्रमाण है।

 

 

 

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button